वरुथिनी एकादशी 2019ः यह एक व्रत दिलाएगा पापों से मुक्ति

punjabkesari.in Monday, Apr 29, 2019 - 11:35 AM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)
इस बात से तो सब वाखिफ़ ही होंगे कि हर माह में दो एकादशी व्रत का पालन किया जाता है और यह दोनों शुक्ल व कृष्ण पक्ष की एकादशी होती है। शास्त्रों के अनुसार दोनों पक्षों की एकादशी ही महत्वपूर्ण होती है। इसलिए जो लोग एकादशी का पालन करना चाहते हैं उन्हें दोनों पक्षों की एकादशी रखनी चाहिए, दोनों में भेदभाव नहीं करना चाहिए। वैशाख माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी व्रत का पालन इस बार कल यानि 30 अप्रैल 2019 को किया जाएगा और इसे वरुथिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार वरुथिनी एकादशी के दिन व्रत करने से व्यक्ति को इस लोक के साथ परलोक में भी पुण्य की प्राप्ति होती है। कहते हैं कि जो कोई भी इस व्रत का पालन पूरे मन से करता है तो भगवान श्री हरि उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी करता हैं। ऐसा भी माना जाता है कि अगर कोई किसी कारण वश व्रत न भी कर पाएं तो व्रत कथा पढ़ना या सुनने से ही सारे मनोरथ पूरे हो जाते हैं तो आइए जानते हैं इस व्रत की कथा के बारे में-
PunjabKesari, kundli tv, lord vishnu image

वरुथिनी एकादशी : रोगों से मुक्ति पाने के लिए आज ही करें ये काम (VIDEO)

सालों पहले नर्मदा नदी के तट पर मानधाता नाम का एक राजा रहता था। मानधाता बहुत ही दयालु, धार्मिक और दान करने वाला राजा था और वह भगवान को बहुत मानता था। वो जंगल में बैठकर घंटो भगवान विष्णु को पाने के लिए उनकी तपस्या करता था। एक दिन वह तपस्या करने में बहुत लीन हो गया और उसी समय वहां एक जंगली भालू आ गया। वह भालू राजा का मुंह पकड़कर जंगल की ओर ले जाने लगा। लेकिन राजा ने जरा भी क्रोध नहीं किया और उन्होंने अपनी तपस्या भी नहीं तोड़ी। राजा नें भगवान विष्णु से प्रार्थना की कि हे भगवन मुझे इस संकट से बचाओ। 
PunjabKesari, kundli tv, lord vishnu image
राजा की प्रार्थना सुन कर भगवान विष्णु वहां प्रकट हुए और अपने चक्र से भगवान ने भालू को मार गिराया। भालू ने राजा का पैर जख़्मी कर दिया था और इस कारण राजा बहुत दुखी था। विष्णु जी ने राजा से कहा तुम मथुरा जाओ और वहा वरुथिनी एकादशी का व्रत करो और मेरे वराह अवतार का पूजन करो। ऐसा करने पर तुम्हारे सारे अंग और पैर ठीक हो जाएंगे। राजा ने विष्णु जी के बताए अनुसार वरुथिनी एकादशी का व्रत किया। जिसके पालन करने से राजा का सारा कष्ट समाप्त हो गया। इस तरह जो भी मनुष्य वरुथिनी एकादशी की व्रत-पूजन करता है, उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।
PunjabKesari, kundli tv, वराह अवतार image


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Lata

Recommended News

Related News