धार्मिक स्वतंत्रता पर अमरीकी आयोग की रिपोर्ट हिंदू द्वेषी लोगों का काम: हिंदू संगठन

Friday, Apr 29, 2022 - 11:37 AM (IST)

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वाशिंगटन:
एक हिंदू संगठन ने यहां धार्मिक स्वतंत्रता पर यू.एस.सी.आई.आर.एफ. की रिपोर्ट को ‘हिंदुओं के प्रति नफरत या घृणा की भावना रखने वाले’ (हिंदू फोबिक) आयोग के सदस्यों का काम बताया, जबकि मुस्लिम और ईसाई समूहों ने इसमें की गई टिप्पणियों की प्रशंसा करते हुए अमरीका से भारत को ‘खास चिंता वाला देश’ घोषित करने की मांग की। 

अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमरीकी आयोग (यू.एस.सी.आई. आर.एफ.) की इस रिपोर्ट में राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन को धार्मिक स्वतंत्रता के दर्जे के संबंध में भारत, चीन, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और 11 अन्य देशों को ‘खास चिंता वाले देशों’ की सूची में डालने की सिफारिश की गई है। हालांकि, अमरीकी सरकार इस सिफारिश को मानने के लिए बाध्य नहीं है। 

‘वल्र्ड हिंदू कौंसिल ऑफ अमरीका’ की एक पहल ‘हिंदूपैक्ट’ ने एक बयान में आरोप लगाया कि यू.एस.सी.आई.आर.एफ. पर ‘भारत और हिंदुओं के प्रति नफरत या घृणा का भाव रखने वाले सदस्यों’ का कब्जा हो गया है। ‘अमेरिकन मुस्लिम इंस्टीच्यूशन’ (ए.एम.आई.) और उससे संबद्ध संगठनों ने यू.एस.सी.आई.आर.एफ. की सिफारिशों की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत में धार्मिक आजादी की स्थितियां 2021 में ‘बहुत ज्यादा खराब’ हो गईं। ‘फैडरेशन ऑफ इंडियन अमेरिकन क्रिश्चियन ऑर्गेनाइजेशंस’ और ‘इंडियन अमेरिकन मुस्लिम कौंसिल’ ने भी अलग-अलग बयानों में यू.एस.सी. आई.आर.एफ. की सिफारिशों की प्रशंसा की।
 

Jyoti

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