Stock Market Astrology: Bulls की June खराब
punjabkesari.in Thursday, Jun 05, 2025 - 01:43 PM (IST)
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Stock Market Astrology: अप्रैल में बुल्स का डंका ट्रंप के टैरिफ के बावजूद अप्रैल में शानदार बाजार देखा और निचले स्तरों से हमने 2600 पॉइंट की रिकवरी निफ्टी में देखी। मई में निफ्टी ग्रीन था। मई में हमने देखा कि निफ्टी 25,00 का स्तर छूकर फिर दोबारा वापस आया। आज की डेट में जब हम ये ट्रेड कर रहे हैं 24,800 के आसपास का निफ्टी है। जून में जो प्लेटरी पोजीशन है या जो ग्रह स्थिति बन रही है एस्ट्रो साइकिल के लिहाज से जून में बाजार वीक नजर आ रहा है। जो लोग बुल मार्केट में चल रहे थे मार्च के बाद से तो इसको सीधा-सीधा यदि कहा जाए कि बुल्स की जून खराब है। यानी कि जून में बुल्स के लिए बहुत ज्यादा अपॉर्चुनिटी नहीं है।
क्यों नहीं है ?
सबसे पहले तो यह ग्रहों की स्थिति से समझने की कोशिश करेंगे। 31 मई को शुक्र चेंज हो गया है। यह शुक्र 28 जनवरी से मीन राशि में स्टक थे। शुक्र धन के कारक हैं और मीन राशि शुक्र की उच्च राशि है। यहां पर शुक्र सूर्य के साथ, राहु के साथ, शनि के साथ आए। लेकिन जाएंगे मंगल की राशि में। 7 जून को मंगल का राशि परिवर्तन हो जाएगा। मंगल इस समय अपनी नीच राशि कर्क में गोचर कर रहे हैं। मंगल का साइकिल भी बड़ा जबरदस्त रहा है। पिछले 20 अक्टूबर के बाद से मंगल, कर्क और मिथुन में ही झूल रहे थे। तो अभी यहां सिंह राशि में जाएंगे लेकिन अब दिक्कत यह है कि सिंह राशि में मंगल के साथ-साथ केतु भी आ जाएंगे तो यह कंजक्शन बन जाएगा। वैसे तो पाप ग्रहों की युति तेजी का कारक होती है लेकिन यह कंजक्शन जब बन रहा है तो शनि जो गोचर कर रहे हैं वह कर रहे हैं मीन राशि में। अब सिंह राशि में मंगल और केतु है, मीन राशि में शनि है। यानी कि मंगल का शनि के साथ षडाष्टक, मंगल का केतु का भी शनि के साथ षटष्टक। यानी कि तीन पाप ग्रह षडाष्टक की स्थिति में आ जाएंगे। 7 जून के दिन ही जिस दिन मंगल राशि बदलेंगे उसी दिन बुध मिथुन राशि में आ जाएंगे। यह बुध की अपनी राशि है। मिथुन अपनी राशि में बुध आ जाएंगे तो यह एक तरीके से बाजार के लिहाज से अच्छा है। लेकिन 10 जून को बुध वह पश्चिम में उदय भी हो जाएंगे। 13 जून को जब एक ग्रह उदय होगा। 13 जून को गुरु पश्चिम में अस्त हो जाएंगे, यह स्थिति अच्छी नहीं है। 10 जून को गुरु आर्द्रा नक्षत्र में आ जाएंगे। गुरु ने जो इसमें प्रवेश किया था लगभग 10 अप्रैल के आसपास मृगा नक्षत्र में प्रवेश किया था, यह मंगल का नक्षत्र है। जब गुरु मंगल के नक्षत्र में आए उसके बाद हमने देखा कि डिफेंस के शेयरों में बड़ी जबरदस्त तेजी आई है। गुरु का आर्द्रा नक्षत्र में आना ऐसा संभव है यहां पर कि डिफेंस के शेयरों में थोड़ी प्रॉफिट बुकिंग आ जाए। तो जो लोग डिफेंस में पोजीशन बनाकर बैठे हैं, उन्हें थोड़ी सी अपनी पोजीशन हल्की करनी चाहिए। 10 जून के बाद बहुत ज़्यादा अह बुलिश नहीं नज़र आ रहा।
15 जून को सूर्य मिथुन राशि में आ जाएंगे। यह 15 जून को सूर्य का मिथुन राशि में आना क्योंकि जो मिथुन राशि है वह बुध की राशि है या बुध ही ट्रेड के कारक ग्रह हैं। तो यह स्थिति भी एक तरीके से बाजार के लिहाज से ठीक कह सकते हैं। 6 जून से लेकर 22 जून के बीच मिथुन राशि में बुध और गुरु की युति बन जाएगी। यह दोनों पॉजिटिव प्लांट्स का आना एक तरीके से अच्छा है। 7 जून से 28 जुलाई मंगल और केतु सिंह राशि में युति में रहेंगे और मंगल और शनि षडाष्टक में रहेंगे, यह 28 जुलाई तक रहेंगे। ये जो षडाष्टक बना है न यह षडाष्टक इसलिए अच्छा नहीं है क्योंकि यह मंगल है वो क्रूर ग्रह हैं, पाप ग्रह हैं। यह झगड़े के कारक है, केतु भी साथ में आ गए, केतु भी झगड़ा ही करवाते हैं नॉर्मली। अब मंगल की सीधी दृष्टि शनि के ऊपर जा रही है यानी कि मीन राशि एक तरीके से पीड़ित हो गई।
7 जून से लेकर 28 जुलाई का खासतौर पर और उसके बाद फिर 28 जुलाई से लेकर 13 सितंबर मंगल-शनि आमने-सामने रहेंगे। फिर 13 सितंबर से लेकर
27 अक्टूबर मंगल-शनि फिर सिक्स से एक्सिस्ट में रहेंगे। यहां पर डिस्टरबेंस 7 जून के बाद बढ़ने के आसार हैं। जब यहां पर 7 जून के बाद डिस्टरबेंस बढ़ेगी तो इसका मोटा-मोटा सीधे तौर पर असर जो है वो क्रूड की कीमतों के ऊपर आता है। जब क्रूड की कीमतें बढ़ती है तो निश्चित तौर पर ये इकॉनमी के लिए अच्छा नहीं है।
जून के महीने में जिनके पास पोजीशन है मुझे लगता है कि कैश पोजीशन रखनी चाहिए। यदि हम कैश पोजीशन रखेंगे तो हमें अपॉर्चुनिटी बाजार में नीचे मिल सकती है। यह स्थिति जून के महीने में रहेगी। 2 जून उस दिन चंद्रमा-केतु के मघा नक्षत्र में रहेंगे। सिंह राशि में रहेंगे और राहु केतु के मध्य गोचर करेंगे। चंद्रमा पर इस दौरान कोई भी शुभ प्रभाव नहीं रहेगा। लिहाजा 2 जून यानी कि पहले ही दिन जब बाजार खुलेगा जून के महीने में उस दिन बाजार में उतार-चढ़ाव वाली स्थिति रह सकती है। इस दिन जब बाजार खुलेगा, बाजार खुलने के समय इंतजार करिए और ट्रेंड देखने के बाद समझदारी के साथ ही कोई न कोई कोई भी आपने ट्रेड लेना है।
3 जून को बुध मृगशीर्ष नक्षत्र में आकर गुरु के साथ एक ही नक्षत्र संबंध बनाएंगे। अभी तक गुरु मृगशीर्ष में ही रहेंगे और यहां पर आ जाएंगे चंद्रमा और चंद्रमा सिंह राशि में ही शुक्र के पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र में रहेंगे। तो पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र वह एक तरीके से ठीक है लेकिन बाजार को इस दिन भी कोई निश्चित दिशा वह नहीं मिल पाएगी। इस दिन भी यदि आपने बाजार में ट्रेड करना है तो थोड़ा सा स्थिति देखकर कीजिए। उतार-चढ़ाव भरा यह दिन रह सकता है इसलिए कोई भी ट्रेड लेना है तो थोड़ा सा समझदारी के साथ ही लेना पड़ेगा। 4 जून को जब चंद्रमा कन्या राशि में आएंगे, सूर्य के उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र में गुरु और शनि के केंद्र में आ जाएंगे। इस दिन मेटल के जो शेयर हैं, वहां पर जो है फोकस थोड़ा सा बनता हुआ नजर आ सकता है। यह 4 जून की स्थिति रहेगी। बाजार की चाल जो है वह इस दिन भी सामान्य रहेगी। बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव वाली स्थिति यहां पर नहीं देखने को मिलेगी। 5 जून को चंद्रमा अपने ही हस्ता नक्षत्र में गोचर करेंगे। 6 जून को जब बाजार खुलेगा तो उसके 15 मिनट के बाद ही यानी कि 9:30 बजे बुध अपनी राशि मिथुन में आ जाएंगे और गुरु के साथ वह कंजक्शन में आ जाएंगे यानी कि युति कर लेंगे। अकेले बुध होते तो यहां पर शायद मंदी कर जाते लेकिन बुध अकेले नहीं है। बुध गुरु के साथ हैं, गुरु फाइनेंस के कारक हैं। बुध से मार्केट ड्राइव होता है, ट्रेड के कारक वह हैं तो लिहाजा हो सकता है कि इस दिन बाजार में तेजी आए। इस दिन चंद्रमा कन्या राशि में गोचरकरेंगे तो लिहाजा यह स्थिति भी अच्छी है। इस दिन खासतौर पर डिफेंस के शेयरों में, कॉपर के शेयरों में, बैंकिंग में, आईटी में जो फाइनेंस की कंपनीज़ हैं उनके शेयरों में थोड़ा सा आपको फोकस बनता हुआ नजर आ सकता है। यह रहेगी 6 जून की स्थिति। 7 जून को शनिवार है और 8 जून को रविवार है, इस दिन बाजार रहेंगे बंद रहेगा। इस दिन तो ट्रेड होगा नहीं लेकिन इसी बीच जो है वह ग्रह पर बदल जाएंगे। 9 जून को जब बाजार खुलेगा तो उससे पहले 7 जून को ही मंगल सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे और केतु के साथ मंगल की युति हो जाएगी। मंगल के इस गोचर के साथ ही मीन राशि में गोचर कर रहे शनि के साथ सिंह राशि में गोचर कर रहे मंगल और केतु का षडाष्टक योगभी बन जाएगा। यह योग वैश्विक शांति के लिहाज से अच्छा नहीं है। इसका प्रभाव बाजार पर निश्चित तौर पर देखने को मिल सकता है। यानी कि बाजार जिस दिन खुलेगा 9 तारीख को तो संभव है कि यहां पर गैप डाउन ओपनिंग हो जाए। इसलिए जो 7 तारीख का ट्रेड लेना है वह निपटा कर जाने में ही समझदारी होगी। चंद्रमा इस दिन वृश्चिक राशि में सूर्य के सामने विशाखा नक्षत्र में गोचर करेगा। चंद्रमा को छोड़कर सारे ग्रह केतु, शनि, मंगल और सूर्य जैसे पाप ग्रहों के नक्षत्र में रहेंगे। लिहाजा बाजार में अचानक तेजी और अचानक मंदी देखने को मिल सकती है। कोई भी ट्रेड आपने लेना है बाजार की चाल देखिएगा।
10 जून को बुध पश्चिम में उदय हो जाएंगे, गुरु पश्चिम में अस्त हो जाएंगे। चंद्रमा इस दिन शनि के अनुराधा नक्षत्र में वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे। लिहाजा बाजार में गिरावट का रुख देखने को मिल सकता है। यानी कि जो गिरावट 9 को शुरू होगी वो 10 को जारी रह सकती है। इस दिन भी बाजार में संभलकर ट्रेड करना चाहिए। 11 जून को चंद्रमा वृश्चिक राशि में आ जाएंगे। ये उच्च की राशि है चंद्रमा की। बुध ज्येष्ठा नक्षत्र में गोचर करेंगे। इस दिन भी बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा। चंद्रमा इमोशंस के कारक हैं। जब चंद्रमा की स्थिति बिगड़ती है तो बाजार अप्स एंड डाउन काफी देखता है। 12 जून को चंद्रमा मूला नक्षत्र में धनु राशि में गुरु और बुध के सामने गोचर करेंगे और शनि के केंद्र में रहेंगे। इस दिन भी बाजार दिशाहीन रहेगा। आई.टी सेक्टर हो सकता है इस दिन चले। 13 जून को गुरु आर्द्रा में आएंगे और बुध के साथ बुध भी आर्द्रा में ही है। एक नक्षत्र संबंध वह गुरु का बन जाएगा, इसी दिन शुक्र भरणी नक्षत्र में आ जाएंगे। जबकि चंद्रमा इस दिन शुक्र केपूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में रहेंगे यानी कि दोनों ही एक ही नक्षत्र में शुक्र के ही नक्षत्र में रहेंगे। इस दिन बाजार में हरे निशान के साथ कारोबार करता हुआ नजर आ सकता है।
14 जून को शनिवार और 15 जून को रविवार है। इस दिन बाजार रहेंगे बंद रहेंगे। लेकिन इसी बीच 14 जून को सुबह गुरु-शुक्र के गुरु वह आर्द्रा नक्षत्र में राहु के आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 15 जून को सूर्य मिथुन राशि में आकर बुध एवं गुरु के साथ मेल करेंगे। यह त्रिग्रही योग बाजार में एक तरफा तेजी ला सकता है। इस स्थिति के लिए यदि आप पोजीशन पहले बनाकर चलेंगे तो हो सकता है कि आपको फायदा रहे। 15 जून को सूर्य मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और इस राशि में सूर्य और गुरु का त्रिग्रही योग बन जाएगा। 16 जून को चंद्रमा मकर राशि में मंगल के धनिष्ठा नक्षत्र में गोचर करेंगे और शुक्र केंद्र में रहेंगे। इस दौरान डिफेंस शेयरों पर खास फोकस बनता हुआ नजर आ सकता है। बाजार इस दिन कंसोलिडेशन के मूड में नजर आएगा।
17 जून को चंद्रमा का गोचर राहु के शतभिषा नक्षत्र में कुंभ राशि में होगा और चंद्रमा राहु और केतु के मध्य ही गोचर करेंगे। इस दौरान बाजार में
उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। बाजार एक तरफा नहीं रहेगा। कोई भी ट्रेड करना है तो इस दिन समझदारी के साथ पूरा ट्रेंड देखकर करें। 18 जून को चंद्रमा का गोचर होगा गुरु के पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में और कुंभ राशि में रहेंगे। लिहाजा बाजार में इस दिन थोड़ी सी पॉजिटिविटी देखने को मिल सकती है।
19 जून को चंद्रमा मीन राशि में उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में शनि के ऊपर से गोचर करेंगे। यानी कि शनि के ऊपर से ही गोचर करना और सूर्य गुरु-बुध के केंद्र में रहेंगे। इस दौरान भी बाजार में उतार-चढ़ाव का माहौल रह सकता है। मेटल शेयरों के ऊपर थोड़ा सा फोकस बन सकता है।
20 जून को चंद्रमा मीन राशि में रेवती नक्षत्र में शनि के ऊपर से गोचर करेंगे और सूर्य गुरु और बुध के केंद्र में रहेंगे। इस दौरान बाजार में सामान्य कारोबार होता हुआ नजर आएगा और पोर्ट शिपिंग और बैंकिंग शेयरों में फोकस बनता हुआ आपको नजर आ सकता है।
22 जून रविवार को सूर्य आर्द्रा में आकर गुरु के साथ एक नक्षत्र संबंध बनाएंगे। इस दिन बुध कर्क राशि में आ जाएंगे। इसका प्रभाव 23 जून को बाजार में देखने को मिलेगा। चंद्रमा इस दिन अपनी उच्च राशि में सूर्य के कृतिका नक्षत्र में गोचर करेंगे। इससे बाजार में तेजी का रुख बन सकता है और पोर्ट शिपिंग पी.ए.सयू कंपनीज़ इनमें तेजी की शुरुआत हो सकती है। इस दिन आपको थोड़ा सा बाजार थोड़ा सा पॉजिटिव नजर आ सकता है।
24 जून को बुध शनि के पुष्य नक्षत्र में आ जाएंगे और चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे। इस दिन गुरु और सूर्य मिथुन राशि में एक ही डिग्री पर आ जाएंगे। इससे मेटल कंपनियों के शेयरों में फोकस बनता हुआ नजर आ सकता है लेकिन यहां पर उतार-चढ़ाव वाली स्थिति ही रहेगी। लिहाजा इस दिन कोई भी पोजीशन है वह सोच समझ कर ही बनानी चाहिए।
25 जून को अमावस्या है और चंद्रमा इस दिन मंगल के मृगा नक्षत्र में मिथुन राशि में गुरु और सूर्य के साथ गोचर करेंगे और शनि के केंद्रीय प्रभाव में भी रहेंगे। लिहाजा इस दिन आप देखेंगे कि बाजार में उथल-पुथल देखने को मिल सकती है। अमावस्या के दिन जैसे हमने पिछले देखा कि बाजार थोड़ा सा नेगेटिव होता है। इस दिन बाजार की चाल देखकर ही कोई भी पोजीशन बनानी चाहिए, यह थोड़ा सा ध्यान रखने वाला समय होगा।
26 जून को दोपहर 12:24 में शुक्र कृतिका नक्षत्र में आ जाएंगे। शुक्र का यहां आना मंदी का कारक है। चंद्रमा की स्थिति भी इस दिन कमजोर है हालांकि चंद्रमा गुरु के साथ मिथुन राशि में ही रहेंगे लेकिन राहु के प्रभाव में और सूर्य के साथ रहेंगे। लिहाजा इस दिन भी बाजार वह दिशाहीन नजर आ सकता है। कोई भी ट्रेड आपने करना है बाजार की चाल देखिए।
27 जून को बुध और चंद्रमा कर्क राशि में युति करेंगे। चंद्रमा शनि के पुष्य नक्षत्र में गोचर करेंगे। लिहाजा इस दिन बाजार में गिरावट का रुख देखने को मिल सकता है।
28 जून शनिवार को गुरु आर्द्रा नक्षत्र के दूसरे चरण में आ जाएंगे और 30 जून सोमवार को बाजार खुलने पर चंद्रमा शुक्र के पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में सिंह राशि में मंगल और केतु के मध्य गोचर करेंगे। यही स्थिति बाजार के लिहाज से अच्छी नहीं है। समझदारी के साथ कोई ट्रेड करेंगे तो आप मुनाफे में रहेंगे या लॉस से बच जाएंगे।
30 जून को चंद्रमा शुक्र के पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र सिंह राशि में मंगल और केतु के साथ गोचर करेंगे। चंद्रमा की इस स्थिति के कारण बाजार दिशाहीन रह सकता है। लिहाजा इस दिन कोई भी ट्रेड आपको समझदारी के साथ करना चाहिए।
नरेश कुमार
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