इस मंदिर की अजीबो-गरीबो प्रथा सुन चौंक जाएंगे आप

punjabkesari.in Friday, May 11, 2018 - 09:59 AM (IST)

भारत देश में हर सम्प्रदाय के लोग रहते हैं, जिस कारण यहां अलग-अलग धर्मों के तीर्थ स्थल आदि स्थापित हैं। हर धर्म को लेकर विभिन्न बाधाएं तथा मान्यताएं प्रचलित है। जिनमें से ज्यादातर मान्यताएं महिलाओं को लेकर ही होती हैं। जिनका उदाहरण वे मंदिर हैं, जहां महिलाओं का जाना वर्जित माना जाता है, अर्थात इन मंदिरों मे महिलाओं को जाने की अनुमति नहीं दी जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसी देश में एक एेसा भी मंदिर है, जहां पूरुषों के लिए भी एक अजीबो-गरीब मान्यता है। 

जी हां, आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन केरल के कोल्‍लम ज़िले के श्री कोत्तानकुलांगरा मंदिर में पुरुषों को महिलाओं की तरह पूरा सोलह श्रृंगार करके मंदिर में प्रवेश करना होता है।

केरल के कोल्‍लम ज़िले में श्री कोत्तानकुलांगरा देवी मंदिर में प्रवेश के लिए पुरुषों को न केवल महिलाओं की तरह साड़ी पहनना पड़ता हैं बल्कि उन्हीं की तरह गहनें तथा  सोलह श्रृंगार करना पड़ता है। 

मंदिर में प्रत्येक वर्ष चाम्‍याविलक्‍कू त्‍योहार मनाया जाता है। जिसमें हज़ारों की संख्‍या में पुरुष श्रद्धालु आते हैं। उनके तैयार होने के लिए मंदिर में अलग से मेकअप रूम बनाया गया है। इस त्योहार में शामिल होने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है।

यह है मंदिर को लेकर मान्यताएं पुरुषों और महिलाओं के अलावा ट्रांसजेंडर्स भी इस मंदिर में पूजा-अर्चना करने आते हैं। मंदिर को लेकर ऐसी मान्‍यताएं है कि इस मंदिर में स्‍थापित देवी की मूर्ति स्‍वयंभू है। राज्‍य का यह एकमात्र एेसा मंदिर है जिसके गर्भगृह के ऊपर छत या कलश नहीं है। अपनी खास परंपराओं व मान्‍यताओं के लिए यह दिनों-दिन दुनियाभर में प्रसिद्धि हासिल करता जा रहा है।

एक किवदंती के अनुसार प्राचीन समय में कुछ लोग एक पत्‍थर पर नारियल फोड़ रहे थे इसी दौरान पत्‍थर से खून निकलने लग गया, जिस के बाद से यहां देवी की पूजा होने लगी।    


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Jyoti

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