Kundli Tv- शनि के चुंगल से पाना चाहते हैं छुटकारा तो 45 दिन तक करें ये टोटका

punjabkesari.in Friday, Sep 21, 2018 - 03:07 PM (IST)

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इतना तो सब जानते ही होंगे कि ज्योतिष शास्त्र में कुल 9 ग्रहों हैं, जिनके बार में इसमें अच्छे से वर्णन भी मिलता है। ये नौ ग्रह व्यक्ति के जीवन पर उसकी कुंजली के जरिए शुभ-अशुभ दोनों तरह के प्रभाव डालते हैं। वैसे तो सभी ग्रहों का अपना अपना अलग महत्व है, लेकिन शनि ग्रह को सबसे ज्यादा प्रभावशाली माना जाता है। कहते हैं जो कोई भी शनि की चपेट में आ जाता है उसका जीवन तहस-नहस हो जाता है।
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जब भी शनि ग्रह के बारे में बात होती है को तो लोगों को सबसे अधिक शनि साढ़ेसाती और शनि ढैय्या ही याद आती है। क्योंकि ये दोनो जब किसी व्यक्ति पर पड़ती है तो उसका बुरा समय शुरू हो जाता है। 

लेकिन इनमें से कौन ज्यादा अशुभ फल प्रदान करती है, इसके बारे में शायद बहुत कम लोग जानते हैं। ज्योतिष गणना के अनुसरा शनि ढैय्या से भी अधिक अशुभ फल देती है शनि की साढ़ेसाती। 
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अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती हो, साथ ही शनि की दशा, अंतर्दशा हो और शनि वक्री भी हो तो ऐसे इंसान का जीवन बर्बाद हो जाता है। उसका घर-परिवार, आय के साधन सभी शनि की चपेट में आ जाते हैं। धीरे-धीरे करके मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है।

इन हालातों में शनि साढ़ेसाती के साथ दशा, अंतर्दशा और इस ग्रह के वक्री होने का भी उपाय किया जा सकता है। इन तमाम मुसीबतों से छुटकारा पाने के लिए शनि साढ़ेसाती के लिए घोड़े की नाल का छल्ला दाहिने हाथ की मध्यम अंगुली में शनिवार के दिन शनि मंत्र का उच्चारण करने के पश्चात धारण करें।

इसके अलावा हनुमान चालीसा का पाठ लाभदायक माना गया है। ज्योतिष के मुताबिक शनि की चपेट में आए जातक को रोज़ाना, पूरे 45 दिन तक हनुमान जी की तस्वीर समाने स्थापित करके हनुमान चालीसा का पाठ कम से कम तीन बार करना चाहिए। उसके बाद पूरी दशा अवधि में कम से कम एक बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।

लेकिन तस्वीर कैसी हो इस बात का भी ख्याल ज़रूर रखें, वरना शुभ की जगहों अशुभ फलों की प्राप्ति होने लगती है। 
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इस उपाय के लिए हनुमान जी की संजीवनी पर्वत लाते हुए दर्शायी गई तस्वीर इस्तेमाल की जानी चाहिए। लेकिन इसी तस्वीर का चुनाव ज़रूरी क्यों है, इसके पीछे यही कारण है कि हनुमान जी की ये तस्वीर सफलता को दर्शाती है।

अगर जातक कुल 45 दिनों तक, बिना कोई दिन छोड़े, रोज़ाना हनुमान चालीसा का पाठ कर ले तो उसके ऊपर से शनि का बुरा प्रभाव टल जाएगा। वह खुद ही 45 दिनों के बादत अपने स्वभाव और जीवन में बड़े बदलाव महसूस कर पाएगा।

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Jyoti

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