अभागे को भी भाग्यवान बना सकती है चांदी !

punjabkesari.in Thursday, Jun 20, 2019 - 02:51 PM (IST)

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ज्योतिष शास्त्र में ऐसी कई चीज़ों के बारे में बताया गया है जिनका अगर कोई इंसान पालन करता है तो उसकी लाइफ में अचानक से बहुत अच्छे चेंज़ आने लगते हैं। आज हम आपको इसी शास्त्र में बताई गई चांदी से जुड़ी कुछ खास बातों से रूबरू करवाने जा रहे हैं। हिंदू शास्त्रों के अनुसार चांदी का उद्भव भगवान शिव शंकर के नेत्रों से हुआ था। यही कारण है धार्मिक दृष्टि से चांदी को अत्यंत पवित्र और सात्विक धातु के रूप में माना जाता है। चांदी ज्योतिष में चंद्रमा और शुक्र से संबंध रखती है। कहा जाता है चांदी शरीर के जल तत्व और कफ धातु को नियंत्रित करती हैं।
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चांदी एक चमकदार और सफ़ेद धातु है जो हमारे जीवन में हर रोज़ इस्तेमाल होने वाली एक मुख्य धातु है। कहते हैं कि चांदी मध्य मूल्यवान होने के कारण ज्यादा प्रयोग की जाती है। इसलिए आम आदमी की जिंदगी में चांदी की बहुत ज्यादा महत्ता मानी जाती है। तो आइए जानते हैं कैसे चांदी हमारा सोया हुआ भाग्य जगा सकती है।

ग्रहों पर असर डालती है चांदी-
कहा जाता है कि शुद्ध चांदी के प्रयोग से मन मज़बूत होने के साथ-साथ जातक का दिमाग भी तेज़ हो जाता है। इसके साथ ही शुद्ध चांदी का प्रयोग करने से चंद्रमा शुभ प्रभाव देना शुरू कर देता है। इसके अलावा प्रयोग करके शुक्र को बलवान किया जा सकता है।

कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए-
चांदी जितनी शुद्ध हो उतना ही अच्छा होता है। जिन लोगों को भावनात्मक समस्याएं ज्यादा हैं, उन्हें चांदी के प्रयोग में सावधानी रखनी चाहिए। कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए चांदी हमेशा उत्तम है। परंतु मेष, सिंह और धनु राशि के लिए चांदी बहुत अनुकूल नहीं होती। बाकी राशियों के लिए चांदी सामान्य परिणाम देती है।
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धन प्राप्ति-
कनिष्ठा उंगली में शुद्ध चांदी का छल्ला धारण करें, इससे सर्वोत्तम माना जाता है। इससे अशुभ चंद्रमा शुभ प्रभाव देना शुरू कर देता है और मन का संतुलन अच्छा हो जाता है साथ ही धन की प्राप्ति होती है।

ग्रहों से चन्द्रमा शुक्र पीड़ित हो तो करें ये-
चांदी की चेन गंगाजल से शुद्ध करके गले मे धारण करें, इससे वाणी शुद्ध होती है। इसके साथ ही हमारे हारमोंस संतुलित होने लगते हैं और वाणी और मन एकाग्र रहते हैं।

अगर बार-बार बीमार होते हो तो-
चन्द्रमा के मंत्रों से अभिमंत्रित चांदी का कड़ा धारण करने से वात पित्त और कफ नियंत्रित होते हैं और हमारा शरीर स्वस्थ रहता है।
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Jyoti

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