Latest PICS: वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में फूल बंगले सजने आरंभ
punjabkesari.in Wednesday, Apr 13, 2022 - 11:01 AM (IST)
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Shri Bankey Bihari Ji Temple Vrindavan: वर्तमान समय में गर्मी का प्रकोप जोरों पर है, शीतलता का एहसास करने के लिए जहां लोग हिल स्टेशन की तरफ अपना रुख करते हैं, वहीं बांके बिहारी जी के प्यार में मतवाले भक्त उनके मंदिर में फूल बंगले सजाते हैं।
उनके भोग में भी भारी पदार्थ और मेवे की मात्रा कमी कर दी जाती है ताकि ठाकुर जी पर गर्मी का प्रभाव न पड़ सके। भारी मात्रा में भक्तों का जनसमूह दर्शनों के लिए आता है। पंजाब केसरी के संवाददाता विक्की शर्मा ने वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के सेवाधिकारी श्री राजू गोस्वामी जी से भेंट करी और उनसे फूल बंगले के बारे में पूछा-
श्री राजू गोस्वामी जी ने बताया कल 12 अप्रैल कामदा एकादशी के दिन से वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में फूल बंगले सजने आरंभ हो गए हैं।
हर वर्ष इसी दिन से बांके बिहारी जी अपने गर्भ गृह से बाहर आकर जगमोहन में अपने भक्तों को दर्शन देते हैं।
अब आधे सावन महीने तक यानि हरियाली तीज तक जो इस वर्ष 28 जुलाई को है बांके बिहारी जी का दर्शन खुला रहेगा।
इस पूरे समय में हर रोज बिहारी जी बाहर आएंगे लेकिन अक्षय तृतिया वाले दिन जो 3 मई 2022 को है। बिहारी जी अपने गर्भ गृह से ही भक्तों को दर्शन देंगे।
हर वर्ष करीब 108 फूल बंगले शाम को सजते हैं लेकिन इस वर्ष सुबह और शाम दोनों समय भक्तों के द्वारा फूल बंगले सजाए जाएंगे। 108 फूल बंगले सुबह और 108 फूल बंगले शाम को सजेंगे। दोनों समय बिहारी लाल जी तरोताजा फूलों में विराजित होंगे। इन फूल बंगलों की खासियत ये है की इनमें कृत्रिम फूलों का उपयोग बिल्कुल नहीं किया जाता। सभी फूल प्राकृतिक आभा लिए हुए होते हैं। इनमें न केवल देशी बल्कि विदेशी फूल भी शामिल होते हैं। ठाकुर जी को उन्हीं की खूबसूरत महक में सुशोभित किया जाता है। 1 फूल बंगले को सजाने के लिए करीब-करीब 500 किलो फूलों का प्रयोग होता है मुख्य रूप से रायवेल, गुलाब, चंपा, रजनीगंधा और गेंदे के फूलों का प्रयोग होता है। ब्रज क्षेत्र में ही यह फूल उपलब्ध हो जाते हैं। विदेशी फूल बेंगलुरू और मुंबई से आते हैं।