Shani Vakri: 139 दिन के लिए शनि वक्री, 4 राशियों को रहना होगा सावधान !

punjabkesari.in Wednesday, Jun 19, 2024 - 09:59 AM (IST)

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Shani Vakri: आज बात करेंगे शनिदेव की। ये वक्री होने जा रहे हैं 29 जून मध्य रात को। 139 दिनों तक तक शनि वक्री ही रहेंगे। 15 नवंबर तक शनि मार्गी रहेंगे। वक्री ग्रह का चेष्टा बल थोड़ा बढ़ जाता है।  इसके बाद कुछ राशियां ऐसी हैं जिन्हें सावधान रहने की बहुत जरुरत है। 

कर्क राशि के लिए शनि का गोचर अष्टम भाव से हो रहा है। ऐसा होता है तब शनि की ढैया कहलाती है। यहां पर शनि का गोचर शुभ होता है। जब ये वक्री हो जाते हैं तो थोड़ी समस्या पैदा कर देते हैं। कर्क राशि के लिए शनि अनुकूल प्लेनेट नहीं हैं। कर्क राशि के लिए शनि अष्टम और सप्तम दोनों भावों के स्वामी हो जाते हैं। अष्टम भाव आयु और नुकसान का स्थान है। शनि की तीसरी दृष्टि दशम भाव के ऊपर जा रही है। यह कर्म का भाव है। ऐसा हो सकता है आपको कोई न कोई दिक्कत का सामना करना पड़े। शनि की सीधी दृष्टि जा रही है आपके धन भाव के ऊपर। शनि सप्तमेश में हैं और सप्तम भाव के स्वामी भी हैं। सप्तम का स्वामी अष्टम में जाना शुभ नहीं है। अष्टम में बैठकर सीधी दृष्टि कुटुंब भाव पर जा रही है। धन से जुड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। ओवर रियेक्ट न करें। शनि की दसवीं दृष्टि पंचम स्थान के ऊपर जा रही है। संतान की तरफ से परेशानी का सामना करना पड़ेगा। फैसले लेने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। 

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि से शनि चौथे भाव में गोचर कर रहे हैं। ये आपका सुख स्थान है। इनके लिए भी शनि शुभ नहीं हैं कर्ज लेना पड़ सकता है या फिर पैसा फस सकता है। यदि किसी बीमारी से ग्रस्त हैं तो डॉक्टर की बात ध्यान से सुनें। शनि सातवीं दृष्टि से दशम को प्रभावित कर रहे हैं। इस वजह से कारोबार से संबंधित फल थोड़े धीमे पड़ सकते हैं। नौकरी में भी बाधा का सामना करना पड़ेगा। शनि की दशम दृष्टि चंद्रमा के ऊपर जा रही है। आप नेगेटिव या फिर सुस्त हो सकते हैं। 

मकर राशि: शनि राशि के स्वामी हैं। राशि के स्वामी का वक्री होना शुभ नहीं है। ये चौथे भाव को देख रहे हैं चौथी दृष्टि के साथ। यदि आप कोई प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो वहां पर आपको रुकावटों का सामना करना पड़ेगा। मां की सेहत को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ेगा। मानसिक शांति भी भंग हो सकती है। दस्तावेजों को संभाल कर रखें। शनि की सीधी दृष्टि जा रही है आयु वाले भाव के ऊपर जा रही है। अपने पासवर्ड को संभाल कर रखें। आपको प्राइवेसी के लिहाज में दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।  गाड़ी संभल कर चलाएं। शनि की दसवीं दृष्टि ग्यारहवें भाव के ऊपर जा रही है। शनि की दृष्टी फल वाले भाव के ऊपर है तो ऐसा हो सकता है जो तरक्की आपको मिलनी है उसमें थोड़ी सी परेशानी का सामना करना पड़े। आय में थोड़ी सुस्ती देखने को मिल सकती है। जल्दबाजी में कोई फैसला न लें। धन भाव को बढ़िया फल मिलेंगे। 

मीन राशि: मीन राशि के ऊपर शनि की साढ़ेसाती का आखिरी फेज चल रहा है। मीन राशि जल तत्व की राशि है, इनके ऊपर इसका कोई असर नहीं पड़ता है। यहां पर शनि ज्यादा नुकसान नहीं करते हैं। ये तीसरी दृष्टि से दूसरे भाव को देख रहे हैं। अपना टेम्परामेंट कण्ट्रोल रखें। धन हानि होने की सम्भावना है। परिवार के साथ किसी बात को लेकर मन-मुटाव हो सकता है। छठा भाव शनि के प्रभाव में है तो कर्ज लेना पड़ सकता है। पैसा लम्बे समय के लिए लटक सकता है। किसी की गरंटी न लें और न ही किसी को उधार दें। शनि की दृष्टि पड़ रही है नौवें भाव के ऊपर। भाग्य स्थान के ऊपर शनि की दृष्टि पड़ रही है। इसका मतलब भाग्य से जुड़े फल में आपको कमी देखने को मिलेगी। धार्मिक यात्रा यहां से देखी जाती है। धार्मिक यात्रा पर जा रहे हैं तो अपने दस्तावेज थोड़े संभाल कर रखें। 

शनि की दशा यदि खराब चल रही है तो उसके प्रभाव को कम करने के लिए इस मंत्र का जाप करें -

ॐ शनैश्चराय नमः

शनिवार के दिन शाम के समय शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करें। 

नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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