Shani Pradosh: इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा, शनि की कमजोर स्थिति होगी बलवान
punjabkesari.in Thursday, Aug 29, 2024 - 01:05 PM (IST)
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Shani Pradosh 2024: शनि प्रदोष व्रत एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर है। जो शनि देव की पूजा और उपासना के माध्यम से जीवन में शांति, समृद्धि और सुख की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है। सही विधि और श्रद्धा के साथ किया गया व्रत व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है। शनि प्रदोष व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जिनकी जन्मकुण्डली में शनि की स्थिति कमजोर या अशुभ है। प्रदोष व्रत त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है, जो हर महीने की कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी होती है।
Auspicious time of Pradosh fast: प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त: भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 31 अगस्त को सुबह 02:25 पर होगी और समापन 01 सितंबर सुबह 03:40 पर होगा। प्रदोष पूजा के मुहूर्त के अनुसार शनि प्रदोष व्रत 31 अगस्त 2024, शनिवार के दिन रखा जाएगा।
Auspicious time for Pradosh fast worship: प्रदोष व्रत पूजा के लिए शुभ मुहूर्त: शाम 06:45 से रात्रि 09:05 के मध्य होगा।
Method of fasting on Shani Pradosh: शनि प्रदोष की व्रत विधि: शनि प्रदोष के दिन उपवास रखकर पूजा की जाती है। इस दिन अन्न का त्याग कर सिर्फ फलों और दूध का सेवन किया जाता है।
व्रती को इस दिन शुद्धता बनाए रखनी चाहिए और नहाने के बाद साफ कपड़े पहनने चाहिए।
Shani Pradosh Puja Time: शनि प्रदोष का पूजा समय: प्रातः काल में सूर्योदय के बाद और संध्या के समय सूर्यास्त के पहले पूजा की जाती है।
Shani Pradosh Puja Material: शनि प्रदोष की पूजा सामग्री: पूजा के लिए विशेष रूप से शनि देव की मूर्ति या चित्र, तेल, दीपक, फूल, धूप, नैवेद्य (भोग) और चंदन की आवश्यकता होती है। शनि मंदिर में तेल का दीपक जलाएं और शनि देव को नैवेद्य अर्पित करें।
Shani Pradosh prayers and mantras: शनि प्रदोष की प्रार्थना और मंत्र: शनि देव के प्रमुख मंत्रों का जाप करना चाहिए
Shani Mantra: शनि मंत्र: ॐ शं शनैश्चराय नमः।
इसके साथ ही शनि चालीसा का पाठ भी किया जा सकता है।