महिलाएं पहली बार पहन रही हैं रुद्राक्ष तो सावन में ज़रूर अपनाएं ये नियम

punjabkesari.in Sunday, Jul 06, 2025 - 07:00 AM (IST)

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Sawan 2025: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना और भक्ति का सबसे पवित्र समय माना जाता है। यह माह शिव भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दौरान लोग व्रत, रुद्राभिषेक, जलाभिषेक और शिव मंत्रों का जाप करते हैं। शिव भक्ति से जुड़ी एक और महत्वपूर्ण बात है रुद्राक्ष धारण करना। रुद्राक्ष को भगवान शिव का अश्रु माना जाता है और इसे पहनने से व्यक्ति को आत्मिक शांति, मानसिक स्थिरता और आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त होती है। हालांकि रुद्राक्ष को लेकर कई नियम और परंपराएं जुड़ी हैं, खासकर महिलाओं के लिए। अगर कोई महिला पहली बार रुद्राक्ष धारण कर रही है, तो सावन के इस शुभ अवसर पर उसे कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ये नियम न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि आध्यात्मिक अनुभव को और भी गहरा बनाते हैं।

महिलाएं रुद्राक्ष पहन सकती हैं या नहीं?
बहुत लंबे समय तक यह भ्रांति रही कि महिलाएं रुद्राक्ष नहीं पहन सकतीं लेकिन आज कई संतों और आध्यात्मिक गुरुओं ने इस भ्रम को दूर किया है। महिलाएं भी रुद्राक्ष धारण कर सकती हैं, बशर्ते वे नियमों का पालन करें। खासकर सावन के पावन महीने में जब शिव कृपा सबसे अधिक सक्रिय होती है, तब रुद्राक्ष धारण करने का फल और भी ज्यादा मिल सकता है।

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 पहली बार रुद्राक्ष पहनने वाली महिलाओं के लिए जरूरी नियम

रुद्राक्ष की शुद्धता की जांच करें
पहले सुनिश्चित करें कि रुद्राक्ष असली है। बाजार में नकली रुद्राक्ष भी मिलते हैं जो दिखने में असली जैसे होते हैं लेकिन उनमें ऊर्जा नहीं होती। असली रुद्राक्ष की जांच जल में डुबोकर, स्पर्श करके या किसी अनुभवी व्यक्ति से करवानी चाहिए।

रुद्राक्ष पहनने से पहले शुद्धिकरण करें
रुद्राक्ष को गंगाजल, गाय के दूध, या सामान्य जल से धोकर शुद्ध किया जाता है। इसके बाद ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए इसे धारण करना चाहिए।

सोमवार या सावन का कोई शुभ दिन चुनें
पहली बार रुद्राक्ष पहनने का सबसे अच्छा समय सोमवार, खासकर सावन का सोमवार माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

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 मंत्र जाप के साथ धारण करें
रुद्राक्ष को मंत्र जाप के साथ धारण करना आवश्यक है। ॐ नमः शिवाय जैसे मंत्रों का कम से कम 108 बार जाप करके इसे गले या हाथ में पहना जाना चाहिए।

रुद्राक्ष को हमेशा पवित्र स्थान पर रखें
अगर रुद्राक्ष को रात में नहीं पहनना है, तो उसे किसी पवित्र स्थान पर रखें। ध्यान रखें कि यह किसी अपवित्र स्थान या वस्त्र के संपर्क में न आए।

शरीर की शुद्धता का रखें ध्यान
रुद्राक्ष धारण करने के बाद मांसाहार, शराब और तामसिक आहार से बचना चाहिए। मासिक धर्म के समय महिलाएं रुद्राक्ष उतार सकती हैं और शुद्ध होने के बाद फिर से धारण कर सकती हैं।

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Content Editor

Prachi Sharma

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