Saturn transit in Aquarius : शनि देव का कुंभ राशि में गोचर, मेष राशि वालों का भरेगा खजाना
punjabkesari.in Sunday, Jan 08, 2023 - 03:23 PM (IST)
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Shani Rashi Parivartan 2023 : ज्योतिष शास्त्र में शनि ही एकमात्र ऐसे ग्रह हैं, जिनके नाम से सबसे ज्यादा डराया जाता है हालांकि ऐसी कोई बात नहीं है। सामन्मयत: शनि 30 साल में 12 राशियों का चक्र पूरा करते हैं। शनि का राशि परिवर्तन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इस बार शनि 17 जनवरी, 2023 को 30 साल बाद अपनी राशि कुंभ में गोचर करेंगे। कुंभ में शनि का गोचर वैसे तो पिछले साल ही शुरु हो गया था लेकिन वो वक्री अवस्थ में घुमते हुए वापिस मकर राशि में चले गए थे। अब जब कुंभ राशि में गोचर होगा तो यह पूरा साल कुंभ राशि में रहेंगे।
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इसके बाद 14 फरवरी को शनि अस्त हो जाएंगे क्योंकि सूर्य का गोचर भी कुंभ राशि में आरंभ हो जाएगा। तो वो शनि को अस्त कर देंगे। 17 मार्च के आस-पास शनि फिर से उदय हो जाएंगे। 17 जून को वक्री अवस्था में चले जाएंगे। यहां पर यह लगभग 3-4 महीने तक रहेंगे। 4 नवंबर के आसपास ये मार्गी अवस्था में आ जाएंगे। 2023 में शनि लगभग 4 महीने वक्री रहेंगे और 1 महीना अस्त रहेंगे। इस से मेष राशि को बहुत ही फायदा मिलने वाला है। तो आइए जानते हैं शनिदेव के इस राशि परिवर्तन से क्या-क्या असर देखने को मिलेंगे-
पिछले साल 2022 में शनि 18 फरवरी से मंगल के धनिष्ठा नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। शनि और मंगल आपस में शत्रु भाव रखते हैं इसीलिए जैसे ही शनि ने मंगल के नक्षत्र में गोचर करना शुरू किया। उसके 6 दिन बाद यानी 24 फरवरी को युक्रेन और रशिया में मतभेद आरंभ हो गए। इस साल 17 अप्रैल के आस-पास शनि नक्षत्र परिवर्तन करके राहु के शतभिषा नक्षत्र में चले जाएंगे। इसके बाद से ही कुछ ठीक होने की उम्मीद हो सकती है। जिससे देश-दुनिया को बहुत बड़ी राहत मिलेगी।
Saturn transformation will be auspicious for Aries शनि का परिवर्तन मेष राशि के लिए रहेगा शुभ: शनि देव इस बार ग्यारहवें भाव से मेष राशि राशि में गोचर करेंगे। कालपुरुष सिद्धात की कुंडली और मेष राशि की कुंडली एक ही होती है। ग्यारहवें भाव में पाप ग्रहों का गोचर अच्छा होता है। शनि का परिवर्तन मेष वालों के लिए सबसे ज्यादा शुभ रहने वाला है लेकिन इस बात का खास ध्यान रखें शनि सिर्फ गोचर कर रहे हैं, आपकी कुंडली में जो दशा, महादशा या अंतर्दशा चल रही है, उसका फल आपको अवश्य मिलेगा। गोचर को बहुत ज्यादा सीरियस लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह ज्यादा देर तक नहीं रहने वाला।
अगर बुध, मंगल और गुरु की दशा आपकी कुंडली में चल रही है या ये तीनों ग्रह खराब हैं और ऊपर से शनि का प्रभाव शुरू हो गया है तो आपको थोड़ी सी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। पाप ग्रहों का 3, 6 और 11 का गोचर शुभ माना गया है। इन भावों से शुभ फल प्राप्त होता है। मेष राशि के यह धर्म और आय के स्थन के स्वामी हैं।
मेष राशि के गोचर से मेष राशि वालों की आर्थिक स्थिति बहुत ही बढ़िया रहने वाली है। अगर आपकी कोई अधूरी इच्छा है, वो भी पूरी हो जाएगी। आय के स्त्रोत बनेंगे लेकिन यदि शनि की दृष्टि आपके लगन या चंद्र पर है तो कुछ परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। इसकी वजह से आप थोड़ा जिद्दी हो सकते हैं। बनते हुए काम में रूकावट या देरी हो सकती है।
यदि शनि आपके पांचवें भाव को देखेंगे तो रिलेशनशिप, संतान, उच्च शिक्षा से जुड़े क्षेत्र में परेशानी आ सकती है। ऐसा तब ही होगा जब आपकी अंर्तदशा या महादशा अच्छी नहीं चल रही है। अगर सब कुछ सही है तो ऐसा कुछ नहीं होगा। मेष राशि की गर्भवती महिलाओं को बहुत ही ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि शनि की सीधी दृष्टि पंचम भाव पर पड़ रही है। अगर कोई व्यक्ति शेयर मार्केट में निवेश करने की सोच रहा है तो उसे भी ये काम बहुत ही सोच-समझ कर करना होगा।
अगर किसी की शादी नहीं हुई है या कोई रिलेशन में है तो उसके रिश्ते में कुछ मन-मुटाव हो सकते हैं। इसके साथ ही इन राशि के लोगों को 1 साल तक वाहन चलाते समय सावधानी बरतनी होगी। छोटी-मोटी चोट लगने की संभावना है।
Shani Remedies शनि के उपाय: वैसे तो शनि मेष राशि वालों के लिए सही रहने वाला है लेकिन किसी व्यक्ति की कुंडली में कोई दशा खराब चल रही है तो उसे ये आसान से उपाय जरूर करने चाहिए। कार्यक्षेत्र में आपके साथ कोई भी काम करता है चाहे वो छोटा हो या बड़ा उसको सम्मान देना चाहिए। शनि के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए यही सबसे अच्छा तरीका है।
नरेश कुमार
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