सर्वपितृ अमावस्या 2021: इस दिन करें इन मंत्रों का जप

punjabkesari.in Tuesday, Oct 05, 2021 - 05:01 PM (IST)

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यूं तो पूरे पितृ पक्ष के दौरान ही श्राद्ध आदि जैसे कर्म कांड किए जाते हैं, जिसका महत्व बेहद अधिक माना जाता है। परंतु कुछ ऐसे लोग होते हैं जो पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध नहीं कर पाते, उनके लिए सर्वपितृ अमावस्या तिथि अहम मानी जाती है। बता दें इस बार श्राद्ध पक्ष का समापन 06 अक्टूूबर को हो रहा है। यानि सर्वपितृ अमावस्या इस बार बुधवार को 6 अक्टूबर को पड़  रही है। ज्योतिष विशेषज्ञ बता रहे हैं कि इस बार सर्वपितृ अमावस्या पर गजछाया योग, सर्वार्थसिद्धि योग तथा ब्रह्म योग बन रहा है। जिस कारण ये शुभ अवसर अधिक खास हो गया है। इससे जुड़ी जानकारी हम आपको लगातार दे रहे हैं, इसी बीच अब हम आपको बताने जा रहे हैं इस दिन श्राद्ध आदि के अलावा किन मंत्रों का जप किया जा सकता है

आचमन मंत्र : ॐ केशवाय नमः, ॐ नारायणाय नमः, ॐ माधवाय नमः – इन तीनों मंत्रो को पढ़कर प्रत्येक मंत्र से एक बार, कुल तीन बार जल से आचमन करें। ॐ गोविन्दाय नमः बोलते हुए हाथ धो लें।

पितृ गायत्री मंत्र :
- ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्।
- ॐ आद्य-भूताय विद्महे सर्व-सेव्याय धीमहि। शिव-शक्ति-स्वरूपेण पितृ-देव प्रचोदयात्।
- ओम् देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च। नम: स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:।

सबसे सरल प्रयोज्य मंत्र : 
1. ॐ कुलदेवतायै नम:- 21 बार
2. ॐ कुलदैव्यै नम:- 21 बार
3. ॐ नागदेवतायै नम:- 21 बार
4. ॐ पितृ देवतायै नम:- 108 बार
5. ॐ पितृ गणाय विद्महे जगतधारिणे धीमहि तन्नो पित्रो प्रचोदयात्।- 1 लाख बार।


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Content Writer

Jyoti

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