Sabarmati River- ऋषि-मुनियों के तप और क्षत्रियों के युद्ध की साक्षी है साबरमती नदी
punjabkesari.in Thursday, Mar 04, 2021 - 08:22 AM (IST)
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What is the history of Sabarmati Valley- साबरमती नदी भारत में पश्चिम दिशा में बहने वाली बड़ी व प्रमुख अंतर्राज्यीय नदियों में से एक है। इसका नाम साबर और हाथमती नाम की दो धाराओं के मिलने से पड़ा है। साबरमती नदी को गुजरात की ‘जीवन रेखा’ भी कहा जाता है। यही साबरमती नदी ऋषि-मुनियों के तप, क्षत्रियों के युद्ध और आदिम जीवन की भी साक्षी रही है। यह नदी कृषकों के लिए अति सहायक है क्योंकि इसके द्वारा लाई गाद मिट्टी से फसलों की गुणवत्ता बेहतर होती है।
Sabarmati Ashram in Ahmedabad- गुजरात की वाणिज्यिक और राजनीतिक राजधानियां, अहमदाबाद और गांधी नगर दोनों ही साबरमती के तट पर स्थित हैं। इस नदी से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का भी खासा जुड़ाव रहा है।
Where is Sabarmati Ashram- संयुक्त राज्य अमरीका के प्रैसीडैंट डोनाल्ड ट्रम्प ने जिस साबरमती आश्रम में चरखा चलाया था उसकी स्थापना महात्मा गांधी ने ही साबरमती नदी के किनारे की थी। उसका उद्गम राजस्थान की अरावली पहाड़ियों में समुद्र तल से 762 मीटर की ऊंचाई पर होता है। साबरमती नदी के बेसिन क्षेत्र का 87.7 प्रतिशत भाग गुजरात में है तथा बाकी का राजस्थान में।
Ahmedabad sabarmati nadi- यह राजस्थान के उदयपुर और गुजरात के साबरकांठा, गांधीनगर, अहमदाबाद और आणंद जिलों से होकर दक्षिण पश्चिम दिशा की ओर बहती है। इन सभी जगहों के निवासी इसे पवित्र व पूज्नीय नदी मानते हैं तथा यहां स्थित तीर्थ स्थलों की भी विशेष मान्यता है। अपने उद्गम से 371 कि.मी. की दूरी तय करने के बाद यह नदी खम्भात की खाड़ी में गिरती है। यह शुरूआत के 48 कि.मी. राजस्थान में बहती है तथा बचे हुए 323 कि.मी. गुजरात राज्य में। साबरमती की मुख्य सहायक नदियां, सेई, हाथमती, वाकल और वात्रक हैं।
SabarMati Nadi Kahan Se Nikalti Hai- साबरमती और सहायक नदियों पर कई बांध हैं जैसे कि धारोई बांध, हाथमती बांध, हरनव बांध, गुहाई बांध, माजम बांध। इनमें से धारोई बांध साबरमती नदी पर स्थित है जोकि अहमदाबाद से लगभग 200 कि.मी. पहले बनाया गया है। इसके बनने से पहले तक साबरमती गंभीर बाढ़ वाली नदी थी।
Important facts रोचक तथ्य
भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी ने इसी नदी के तट पर साबरमती आश्रम की स्थापना कर उसे अपने घर के रूप में प्रयोग किया था।
अहमदाबाद में साबरमती के तट पर उद्यान और सुंदर रास्ते बनाए गए हैं। साबरमती रिवर फ्रंट घूमने के लिए मनभावन जगह है।
साबरमती नदी पर धारोई बांध बना है।
(जल चर्चा से साभार)