Republic Day 2023- 26 जनवरी को राष्ट्रदर्शन ने करवाया वैभवपूर्ण प्रदर्शन
punjabkesari.in Friday, Jan 27, 2023 - 08:14 AM (IST)

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Republic Day celebration 2023- छोटे बच्चे हों, युवा हों या फिर हर उम्र व तबके के लोग सभी को 26 जनवरी पर रंग-बिरंगी झांकियां व उनके अगल-बगल नृत्य करते लोक कलाकारों की परफार्मेंस को देखना बेहद पसंद होता है। इस साल भी कई नए थीम के साथ कर्तव्यपथ पर रंग-बिरंगी झांकियां मनोहारी दृश्य देखे गए। इस साल कुल 23 झांकियों में से 17 झांकियां राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की थी जबकि 6 झांकियां केंद्रीय मंत्रालयों तथा विभागों की थी। तो आइए जानते हैं कि इस साल कैसा सजा कर्तव्यपथ पर झांकियों का सुंदर रंग व किस राज्य की झांकी की थी क्या खासियत:-
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पश्चिम बंगाल की झांकी में देखी गई दुर्गा पूजा
पश्चिम बंगाल ने इस साल कर्तव्य पथ पर अपनी परंपरा व महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित करते हुए कोलकाता की दुर्गापूजा की झांकी दिखाई। मालूम हो कि कोलकाता की दुर्गापूजा उत्सव को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में भी शामिल किया गया है। झांकी में टेराकोटा की कलाकृतियां भी शामिल थी। झांकी में देवी दुर्गा की पारंपरिक प्रतिमा, जिसके साथ देवी लक्ष्मी, सरस्वती और भगवान कार्तिकेय तथा गणेश की प्रतिमाएं भी थी।
झारखंड की झांकी में दिखे बाबा बैद्यनाथ धाम
झारखंड सांस्कृतिक व धार्मिक विरासत को झांकी के माध्यम से दिखाया गया। झांकी की थीम बाबा बैद्यनाथ धाम पर आधारित थी। देवघर में बाबा बैद्यनाथ धाम है, जहां श्रावण मास में शिवभक्त बड़ी संख्या में पहुंचकर जलाभिषेक करते हैं। साथ ही देवघर में चल रहे विकास कार्यों को भी झांकी के माध्यम से बताया गया और भगवान बिरसा मुंडा के बारे में भी झांकी के माध्यम से जानकारी मिलेगी।
गुजरात की झांकी क्लीन ग्रीन ऊर्जा युक्त गुजरात की थीम पर
गुजरात की झांकी इस साल क्लीन ग्रीन ऊर्जा युक्त गुजरात थीम पर आधारित थी। इस बार झांकी के मुख्य सूत्रधारों में प्रधानमंत्री के छोटे भाई पंकज भाई मोदी भी शामिल थे जोकि गुजरात के सूचना विभाग में कई वर्षों तक प्रदर्शनी अधिकारी रहे और अब रिटायर्ड होकर अनुबंध पर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। साथ ही झांकी में कच्छ-मोढेरा की सांस्कृतिक झलक और सौर-पवन ऊर्जा के वैज्ञानिक एवं तकनीकी दृष्टिकोण का एकीकरण देखा जा सकेगा। कच्छ में दुनिया का सबसे बड़ा हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क भी तेजी से आकार ले रहा है, जबकि मोढेरा गांव देश का सबसे पहला सौर ऊर्जा संचालित गांव भी बन गया है।
झांकी में श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप के दर्शन हुए
कर्तव्यपथ पर हरियाणा की झांकी में इस बार अलौकिकता के दर्शन हुए। हरियाणा में ही कुरुक्षेत्र की धरती पर भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन को गीता उपदेश दिया था। हरियाणा की झांकी श्रीमद्भगवत गीता के शाश्वत संदेश से रू-ब-रू करवाती दिखाई दी। हरियाणा की झांकी की थीम अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर आधारित है। इस झांकी के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप के भी दर्शन हुए। इस झांकी के माध्यम से कुरुक्षेत्र को गीता स्थली के रूप में पहचान दिलाने के लिए प्रयास करने की कोशिश की जा रही है। विराट स्वरूप की प्रदर्शित प्रतिमा में श्री विष्णु के 9 सिर क्रमश: अग्नि, नृसिंह, गणेश, शिव, विष्णु, ब्रह्मा, अश्विनी कुमार, हनुमान और परशुराम दिखाए गए।