बजरंगबली को किन-किन लोगों से मिला वरदान !
punjabkesari.in Tuesday, Jan 08, 2019 - 02:32 PM (IST)
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इस बात की जानकारी तो सबको होगी ही कि बचपन में सूर्यदेव को फल समझकर हनुमान ने खा लिया था। तब इंद्र ने हनुमान पर अपनी गदा से प्रहार किया, जिसकी वजह से हनुमान बेहोश हो गए। जब इस बात का पता वायुदेव को चला तो वे बहुत गुस्सा हुए। गुस्से में आकर उन्होंने पूरे संसार से वायु का प्रवाह रोक दिया था। ब्रह्मा को जब इस बात का पता चला तो वे हनुमान को होश में लेकर आए। उसके बाद सभी देवों ने मिलकर हनुमान जी को वरदान दिया था। जिससे वे परम शक्तिशाली कहलाए। तो चलिए जानते है किस-किस देवता ने कौन सा वरदान दिया था।
सबसे पहले भगवान सूर्य ने हनुमान को अपने तेज का सौवां भाग देते हुए कहा कि जब इसमें शास्त्र अध्ययन करने की शक्ति आ जाएगी, तब मैं ही इसे शास्त्रों का ज्ञान दूंगा।
कुबेर ने वरदान दिया कि ये बालक कभी युद्ध में उदास नहीं होगा तथा मेरी गदा संग्राम में भी इसका वध न कर सकेगी।
भोलेनाथ ने ये वरदान दिया कि यह मेरे और मेरे शस्त्रों द्वारा भी मारा नहीं जाएगा।
विश्वकर्मा ने वरदान दिया कि मेरे बनाए हुए जितने भी शस्त्र हैं, उनसे यह अवध्य रहेगा और चिंरजीवी होगा।
इंद्र ने हनुमानजी को यह वरदान दिया कि यह बालक आज से मेरे वज्र द्वारा भी अवध्य रहेगा।
जलदेवता वरुण ने कहा कि दस लाख वर्ष की आयु हो जाने पर भी मेरे पाश और जल से इस बालक की मृत्यु नहीं होगी।
परमपिता ब्रह्मा ने वरदान दिया कि यह बालक दीर्घायु, महात्मा और सभी प्रकार के ब्रह्मदंडों से अवध्य होगा। युद्ध में कोई भी इसे जीत नहीं पाएगा। यह इच्छा अनुसार रूप धारण कर सकेगा, जहां चाहेगा जा सकेगा।
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