Ram Mandir ki khabar: 1858 में निहंग सिंहों ने बाबरी मस्जिद पर कर लिया था कब्जा, दीवारों पर जगह-जगह लिख दिया था श्रीराम का नाम

punjabkesari.in Monday, Jan 22, 2024 - 08:51 AM (IST)

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जालंधर (इंट): अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों शोरों पर हैं। इस बीच इतिहास के जानकारों ने खुलासा किया है कि 1858 में अयोध्या में सबसे पहले बाबरी मस्जिद में सिख घुसे थे। उस दौरान निहंग सिंहों ने बाबरी मस्जिद में घुसकर जगह-जगह पर श्रीराम का नाम लिखा था और यह साबित करने की कोशिश की थी कि यह श्रीराम के जन्म का स्थान है। 

इसके बारे में न सिर्फ सिख ग्रंथों में जिक्र है बल्कि इतिहासकार भी इसकी जानकारी देते हैं। श्रीराम जन्म स्थान के करीब ही अयोध्या में एक गुरुद्वारा है जिसका नाम है गुरुद्वारा ब्रह्मकुंड। इसी गुरुद्वारे में सिखों के गुरु, गुरु गोबिंद सिंह भी आकर ठहरे थे। 
 
बाबा फकीर सिंह खालसा ने दिया था घटना को अंजाम
गुरुद्वारा ब्रह्मकुंड के ज्ञानी गुरजीत सिंह खालसा के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि जब गुरुनानक देव जी यहां आए तो उन्होंने सबसे पहले राम मंदिर जाकर दर्शन किए थे। इतिहासकार रवि भट्ट के अनुसार 1858 में निहंग प्रमुख फकीर सिंह खालसा ने अपने 25 साथियों के साथ बाबरी ढांचे पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया। उन्होंने कई दिनों तक वहां यज्ञ भी संपन्न किया था और वहां केसरी निशान साहिब फहराया था। 

उन्होंने कोयले से बाबरी मस्जिद के ढांचे की सभी दीवारों पर राम-राम भी लिख दिया था। 30 नवंबर को मस्जिद अधिकारी ने उन्हें बाबरी ढांचे से बाहर निकालने के लिए एफ.आई.आर. दर्ज कराई थी। सुप्रीम कोर्ट ने गुरु नानक साहिब की अयोध्या की तीर्थयात्रा पर भरोसा करते हुए कहा था कि बाबरी मस्जिद के निर्माण से बहुत पहले राम जन्म भूमि मंदिर वहां मौजूद था। ये तथ्य सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के पृष्ठ 992-995 पर वर्णित हैं।


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Content Writer

Niyati Bhandari

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