ज्योतिष से जानें, राम मंदिर भूमि पूजन के लिए आखिर 5 अगस्त ही क्यों?

punjabkesari.in Monday, Jul 27, 2020 - 09:48 AM (IST)

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Ram mandir bhumi poojan: पिछले 500 सालों से जिस शुभ घड़ी का इंतजार था, आखिर वह घड़ी 5 अगस्त को आ रही है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन करेंगे। इस शुभ घड़ी के लिए 5 अगस्त का दिन चुने जाने के पीछे ज्योतिषीय महत्व भी है। ज्योतिष शोधार्थी व एस्ट्रोलॉजी एक विज्ञान पुस्तक के लेखक गुरमीत बेदी के मुताबिक हमारे शास्त्रों, संस्कृति और ज्योतिष में 5 के अंक का बहुत महत्व है क्योंकि हमारा शरीर भी पांच तत्वों से मिलकर बना है। बेदी के मुताबिक पांच पांडवों ने कौरवों को हराया था, जिससे पांच के अंक की शक्ति पता चलती है।

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गुरमीत बेदी ने बताया कि ज्योतिष में 12 राशियां होती हैं, जिनमें मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क व कन्या के बाद पांचवें नंबर की राशि सिंह आती है। जिसके स्वामी सूर्य हैं और प्रभु श्री राम जी भी सूर्यवंशी थे। 5 अगस्त का दिन श्री राम मंदिर के निर्माण के भूमि पूजन के लिए चुनना श्री राम के सूर्यवंश के साथ सीधा कनेक्शन जोड़ता है।

बेदी के अनुसार उस दिन चांदी की 5 इंटें शिलान्यास के मौके पर रखी जाएंगी, जो 5 नक्षत्रों की प्रतीक होंगी। इनमें से पहली चांदी की ईंट स्वयं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा रखे जाने की सूचना है। कई लोग 5 अगस्त को श्री राम मंदिर के भूमि पूजन के मुहूर्त पर ग्रहों व नक्षत्रों का हवाला देकर इसे अशुभ मुहूर्त ठहराने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन सच्चाई यह है कि 5 अगस्त को 12:15 बजे जब श्री राम मंदिर के लिए भूमि पूजन होगा, तब अभिजीत मुहूर्त के साथ धनिष्ठा नक्षत्र और शतभिषा नक्षत्र भी होगा। यह एक बहुत मंगलकारी योग माना गया है और यह योग दर्शाता है कि 5 अगस्त को किया गया यह शिलान्यास रिकॉर्ड समय में मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगा।

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अभिजित नक्षत्र में ही तो भगवान राम का जन्म हुआ था और इस नक्षत्र से पवित्र दिन और क्या हो सकता है। बेदी ने बताया कि वैसे भी 1 दिन में कुल 30 मुहूर्त ही होते हैं, जिनमें अभिजीत मुहूर्त सबसे शुभ होता है, जिसमें सभी कार्य बहुत मंगलकारी माने जाते हैं।

मंदिर के भूमि पूजन के लिए 5 अगस्त का दिन चुने जाने का एक ज्योतिषीय कारण यह भी है कि 5 का अंक तो वैसे भी ऊर्जा, उत्साह और शक्ति का प्रतीक माना गया है। बेदी के अनुसार मंदिर का जो डिजाइन तैयार किया गया है, उसके मुताबिक न केवल मंदिर में 5 दरवाजे होंगे बल्कि मंदिर गर्भगृह, कौली, रंग मंडप, नृत्य मंडप और सिंह द्वार के रूप में 5 खंडों में भी बंटा होगा। हमारे शरीर में इंद्रियां भी पांच ही होती हैं, इसलिए पांच तारीख से बढ़कर शुभ मुहूर्त कोई और हो ही नहीं सकता था।

गुरमीत बेदी ने एक और दलील देते हुए बताया कि धारा 370 भी 5 अगस्त के दिन ही हटाई गई थी और अब राम मंदिर भूमि पूजन की तारीख भी 5 अगस्त रखी गई है, जिससे यह जाहिर होता है कि 5 का अंक कितना महत्वपूर्ण है।

गुरमीत बेदी
gurmitbedi@gmail.com

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Niyati Bhandari

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