अपने कार्य की समीक्षा, राम जन्मभूमि मन्दिर सम्बन्धी प्रस्ताव व नई नियुक्तियों पर हुआ विचार-विमर्श

punjabkesari.in Saturday, Mar 23, 2024 - 08:36 AM (IST)

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जालंधर (विशेष): अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सर्वोच्च नीति निर्धारक सभा है। संघ द्वारा अपनी स्थापना से लेकर अब तक जिन अखिल भारतीय बैठकों का आयोजन प्रति वर्ष किया जाता है उनमें अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा संख्या की दृष्टि से सबसे बड़ी होती है जिसमें संघ की अखिल भारतीय, क्षेत्रीय, प्रान्तीय कार्य कारिणियों के अतिरिक्त संघ के सहयोगी विविध संगठनों के अखिल भारतीय प्रमुख, प्रान्तों से चुन कर आए प्रतिनिधि तथा विभाग प्रचारक सम्मिलित होते हैं। प्रत्येक 3 वर्ष बाद संघ के चुनावी वर्ष में यह प्रतिनिधि सभा संघ की जन्मस्थली नागपुर में आयोजित की जाती है। इन विचारों का प्रकटावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख शशांक ने यहां जारी एक बयान में किया।

उन्होंने कहा कि इस बार 15 से 17 मार्च तक चली प्रतिनिधि सभा का प्रारम्भ गत वर्ष दिवंगत हुए राष्ट्र जीवन के प्रमुख महानुभावों तथा संघ कार्यकर्त्ताओं को श्रद्धांजलि के साथ हुआ। जिन महानुभावों को श्रद्धांजलि दी गई उनमें दिगम्बर परम्परा के महान साधक जैन मुनि विद्यासागर जी महाराज, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी, प्रख्यात न्यायविद् पद्मभूषण वेदप्रकाश नन्दा, पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एफ.एस. नरीमन, प्रख्यात कन्नड़ अभिनेत्री लीलावती, पद्मश्री पुरस्कृत निर्देशक साधू मेहेर, प्रसिद्ध आकाशवाणी उद्घोषक अमीन सयानी, पद्मश्री शास्त्रीय संगीतकार उस्ताद रशीद खान, प्रसिद्ध गजल गायक पंकज उधास, नेत्र रोग विशेषज्ञ पद्मभूषण डा. एस.एस. बद्रीनाथ, डी.एम.डी.के. पार्टी संस्थापक पद्मभूषण कैप्टन विजयकान्त, उद्योगपति श्रीचन्द हिन्दुजा, पद्मभूषण चित्रकार रामचन्द्रन नायर, लोक साहित्य विद्वान पद्मश्री डा. प्रभाकर राव माण्डे, संघ के वरिष्ठ प्रचारक चिरंजीव सिंह शामिल रहे।

इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा समिति में सक्रिय भूमिका निभाने वाले पंजाब सरकार के पूर्व मन्त्री डा. बलदेव प्रकाश चावला, पंजाब के पूर्व प्रान्त कार्यवाह देवेन्द्र गुप्ता, पंजाब आरोग्य भारती के अध्यक्ष डा. ईश्वर चन्द्र सरदाना आदि भी प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त प्रतिनिधि सभा में संघ तथा विविध संगठनों के प्रमुख कार्यकर्त्ताओं ने अपना वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें अयोध्या में श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा, चन्द्रयान-3 की सफल लैंडिंग, जी-20 शिखर सम्मेलन की उपलब्धियों, प्रधानमन्त्री द्वारा द्वारिका की जलनगरी के दर्शन हेतु पनडुब्बी के उद्घाटन आदि घटनाओं का देश को उत्साहित करने वाले प्रसंगों के रूप में उल्लेख किया गया।

सभा में अयोध्या में श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर ‘श्रीराम मन्दिर से राष्ट्रीय पुनरुत्थान की ओर’ शीर्षक से पारित प्रस्ताव में इस शुभ अवसर के आगमन का कारण बने शोधकर्त्ताओं, पुरातत्वविदों, विचारकों, विधिवेत्ताओं, संचार माध्यमों, बलिदानी कारसेवकों सहित आंदोलनरत समस्त हिन्दू समाज तथा शासन-प्रशासन के महत्वपूर्ण योगदान को विशेष उल्लेखनीय बताया। अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने इस संघर्ष में जीवन अर्पण करने वाले सभी हुतात्माओं के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उपर्युक्त सभी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।

प्रतिनिधि सभा में आने वाले लोकसभा चुनावों में स्वयंसेवकों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने तथा शत-प्रतिशत मतदान के लिए प्रयास करने का आह्वान किया गया। संघ के स्वयंसेवकों को गुणवत्ता वृद्धि, संगठनात्मक विस्तार, कार्य दृढ़ीकरण एवं सज्जन शक्ति का सहयोग लेते हुए अक्तूबर 2024 से प्रारम्भ होने वाले संघ शताब्दी वर्ष के लिए निश्चित किए गए लक्ष्य की पूर्ति का भी आह्वान किया गया। स्वयंसेवकों को व्यक्तिगत तथा समाज के आचरण में पर्यावरण, सामाजिक समरसता, स्वदेशी, कुटुम्ब प्रबोधन तथा नागरिक अनुशासन के पंच प्रण लाने का भी आग्रह किया गया।

इस वर्ष संघ के अनेक दायित्वों पर नए कार्यकर्त्ताओं की नियुक्ति की गई। दत्तात्रेय होसबाले को अगले 3 वर्षों के लिए पुन: सरकार्यवाह निर्वाचित कर लिया गया। इसके अतिरिक्त अतुल लिमये तथा आलोक कुमार को सह-सरकार्यवाह नियुक्त किया गया। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश को मिला कर बनने वाले उत्तर क्षेत्र में पवन जिन्दल को क्षेत्र संघ चालक, रोशन लाल को क्षेत्र कार्यवाह, जतिन को क्षेत्र प्रचारक तथा डा. सतीश शर्मा को पंजाब का सह-प्रांत कार्यवाह नियुक्त किया गया है।


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Content Editor

Prachi Sharma

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