Radha Ashtami 2020: राधा रानी की करेंगे पूजा तो माधव होंगे आप पर मेहरबान
punjabkesari.in Wednesday, Aug 26, 2020 - 02:45 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज 26 अगस्त, भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन राधा रानी बरसाना में वृषभानु जी की यज्ञ भूमि से प्रकट हुई थी। हिंदू धर्म श्री कृष्ण की पूजा में राधा रानी का होना आवश्यक माना जाता है। कहते हैं जो व्यक्ति अकेले श्री कृष्ण की आराधना करता है, उसे पूजन का फल प्राप्त नहीं होता। शास्त्र कहते हैं श्री राधा रानी, श्री कृष्ण के प्राणों की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं, इसलिए भगवान श्री कृष्ण भी इनके अधीन रहते हैं।
ज्यतिष विशेषज्ञ बताते हैं इस दिन व्रत को करने से समस्त पापों से छुटकारा मिलता है। साथ ही साथ श्री कृष्ण की कृपा से तमाम मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके अलावा कुछ किंवदंतियां ये भी हैं कि इस दिन व्रत के शुभ प्रभाव से संतान और पति की लंबी आयु होती है।
अपने वेबसाइट के माध्यम से हम आपको इससे जुड़ी तमाम जानकारी दे चुके हैं, इसी बीच अब हम आपके बताने वाले हैं आज की शाम को किए जाने वाले खास उपायों के बारे में-
जिस घर में हमेशा अन्न-धन का अभाव रहता हो उन्हें श्रीराधा अष्टमी पर दिन-रात एक-एक पहर पर विधिपूर्वक श्री राधा माधव की पूजा करें।
इसके अलावा राधा अष्टमी पर विधि वत पूजन के लिए मध्याह्न का समय उपयुक्त माना जाता है। ध्यान रहे इस दिन पूजा के बाद दिन भर उपवास करना होता है।
संभव हो तो रात को संकीर्तन करें, तथा व्रत के अगले दिन सुहागिन महिलाओं और ब्राह्मणों को भोजन करवाने और दक्षिणा देने के बाद खुद भोजन ग्रहण करें।
इसके अलावा सुबह स्नान के बाद राधा जी की पूजा करके और पूजा के बाद धनदायक सप्ताक्षर राधामंत्र का जप करें।
ये है मंत्र-
ॐ ह्नीं राधिकायै नम:।
ॐ ह्नीं श्रीराधायै स्वाहा।
धार्मिक मान्यताएं हैं कि राधाष्टमी पर राधा रानी के बीज मंत्रों का उच्चारण करने से धन वृद्धि होती है। इसके अलावा इस दिन यक्ष-यक्षिणी की साधना करने का अधिक महत्व है।