Prayag Kumbh Mela 2025: जानें, महान कुंभ का आयोजन करने में होता है कितना धन खर्च ?
punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2024 - 01:00 AM (IST)
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Prayag Kumbh Mela 2025: प्रयागराज महाकुंभ एक अद्भुत धार्मिक आयोजन है, जो न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि मानवता के लिए एकत्रित होने का अवसर भी प्रदान करता है। यह एक ऐसा पर्व है जहां लोग अपनी आस्था, संस्कृति, और परंपराओं को एक साथ मनाते हैं। महाकुंभ का अनुभव करना जीवन में एक बार अवश्य होना चाहिए, क्योंकि यह आत्मा की शुद्धि और सामाजिक एकता का प्रतीक है। इस तरह, महाकुंभ हर भारतीय के लिए एक अनूठा और महत्वपूर्ण पर्व है।
Prayagraj Maha Kumbh 2025: महाकुंभ का आयोजन कई चरणों में होता है। इसके लिए पहले से तैयारी की जाती है, जिसमें विभिन्न विभागों, जैसे स्वास्थ्य, परिवहन, और सुरक्षा का समन्वय किया जाता है। आयोजन स्थल पर विशाल तंबू, स्नान घाट, शौचालय, चिकित्सा सुविधाएं, और अन्य आवश्यक सुविधाओं का निर्माण किया जाता है।
Budget for Kumbh Mela 2025: सन् 1942 में प्रयाग कुंभ में पंडित मदन मोहन मालवीय जी से उस समय के वायसराय लिनलिथगो ने कुंभ में जुटी लाखों श्रद्धालुओं की संख्या में एकत्रित भीड़ को देख कहा कि इस कुंभ के मेले के आयोजन के लिए आपको कितना धन इकट्ठा करना पड़ता है और इतने लोगों को इकट्ठा करने में आप प्रचार पर कितना धन खर्च करते हैं ? तब मालवीय जी बोले- कि मात्र दो पैसे।
वायसराय ने आश्चर्यचकित होकर पूछा कि यह कैसे संभव है ? तब मालवीय जी ने जेब से पंचांग निकाला और उसे दिखाते हुए बोले कि इस दो पैसे के पंचांग से देश भर के वैदिक सनातन धर्म के श्रद्धालु, पता लगा कर श्रद्धा के वशीभूत होकर इस पावन महान कुंभ में एकत्रित होते हैं। इसलिए हमें न तो प्रचार की आवश्यकता पड़ती है न निमंत्रण पत्र भेजने की।
वास्तव में धर्म और भगवान के प्रति अटूट श्रद्धा एवं आस्था रखने वाले श्रद्धालुओं का संगम है यह कुंभ महापर्व। अनादिकाल से चली आ रही कुंभ पर्व के महान आयोजन की परम्परा युगों-युगों तक इसी प्रकार चलती रहेगी तथा वैदिक सनातन धर्म की प्रतिष्ठा को गौरव का अनुभव करवाती रहेगी।