पटना साहिब में चढ़ाए श्रीसाहिब व पंगुड़ा साहिब विवादों के घेरे में

punjabkesari.in Wednesday, Jul 27, 2022 - 10:54 AM (IST)

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पटना साहिब : जालंधर के रहने वाले डा. गुरुबिंदर सिंह समरा ने तख्त साहिब में करोड़ों रुपए की ‘भेंटा’ दी थीं। यह ‘भेंटा’ तब से लेकर अब तक विवादों में घिरी हैं। तख्त साहिब कमेटी के अध्यक्ष अवतार सिंह हित द्वारा बनाई गई 3 सदस्यीय जांच समिति ने भेंट किए सामान की जांच की, जिसमें एक में तो सोना सही पाया गया जबकि 2 में बताई गई कीमत के उलट सोना न के बराबर पाया गया है।  इसे लेकर प्रेस कांफे्रंस में तख्त साहिब कमेटी के पूर्व महासचिव व सदस्य महेंद्रपाल सिंह ढिल्लों, राजा सिंह एवं हरपाल सिंह जौहल ने प्रधान से असली सोना गायब करके नकली सोना रखने के एवज में एफ.आई.आर. दर्ज कराने और उक्त दोषी पर सख्त कानूनी, प्रबंधकीय एवं धार्मिक कार्रवाई करने की मांग की है।  संवाददाता सम्मेलन में ढिल्लों ने कहा कि तख्त साहिब में डा. समरा द्वारा चढ़ाए गए सोने के सामान की जांच करने के लिए 3 सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी। इसमें उन्होंने रविंद्र सिंह, महासचिव इंद्रजीत सिंह, अधीक्षक दलजीत सिंह एवं कथावाचक सुखदेव सिंह के साथ 18 जुलाई को दरबार साहिब से 3 सामान श्रीसाहिब, पंगुड़ा साहिब एवं बड़ी कलगी लेकर एक प्रतिष्ठित स्वर्णकार के पास जाकर शीन से जांच कराई। 

डा. समरा ने गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी और संगत के सामने 5 किलो सोना और 4 किलो चांदी लगे पंगुड़ा साहिब की कीमत 5 करोड़ बताई थी। इसके साथ ही लगभग डेढ़ किलो सोने की कृपाण आदि सामान तख्त साहिब पर देने का जिक्र किया था। इससे पहले 1 करोड़ 30 लाख की कलगी दिए जाने का भी जिक्र किया था।

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इसकी पुष्टि करते हुए तख्त साहिब के कमेटी महासचिव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि डा. समरा का धन्यवाद करते हुए जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह ने समरा व उनके साथियों को भी सिरोपा भेंट किया था।  ढिल्लों ने कहा कि हमें इस बारे शक हुआ तो हमने शिकायत की और जांच करने के बारे कहा।  जांच में पाया गया कि जिस पंगुड़ा साहिब पर 5 किलो सोना लगा होने की बात कही गई थी उस पर सुनार ने मात्र 60-70 ग्राम सोना होने की पष्टि की। उसी प्रकार कृपाण में भी नाममात्र का ही सोना लगा था।

अब जांच के बाद अनेक सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या डा. समरा ने किसी साजिश के तहत नकली सोने का सामान भेंट किया या फिर किसी ने असली सोना गायब कर दिया। प्रैस कांफ्रैंस के दौरान राजा सिंह, एम.पी. ढिल्लों और हरपाल सिंह जौहल ने अध्यक्ष से कहा कि जिस पलंग को सोने का बताते हुए 15 से 20 करोड़ की लागत का बताया जा रहा है, उसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम जत्थेदार साहिब से मांग करते हैं कि असली सोना गायब करके नकली सोना रखने के बदले एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जाए व आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। पत्रकार वार्ता के दौरान अमरजीत सिंह शम्मी और त्रिलोक सिंह निषाद भी थे।
 


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Content Writer

Jyoti

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