Papmochani Ekadashi: पापमोचनी एकादशी पर करें ये खास उपाय, पापों का होगा अंत बदलेगी तकदीर
punjabkesari.in Tuesday, Mar 25, 2025 - 06:31 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Papmochani Ekadashi 2025 Upay: चैत्र माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली पहली एकादशी पापों का नाश करने वाली है। तभी तो इसे पापमोचनी एकादशी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार पापमोचनी एकादशी का व्रत बहुत प्रभावकारी है। इससे जाने-अनजाने हुए पापों से छुटकारा मिलता है और पुण्य जागृत होने लगते हैं। जीवन को श्रेष्ठ बनाने की दिशा में ये व्रत एक शक्तिशाली साधन बन सकता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन पूरे साल के किए गए पापों का मोचन होता है, यदि भक्त समर्पण, श्रद्धा से उपवास और साधना करें। यह दिन विशेष रूप से उन पापों से मुक्ति दिलाता है, जो ज्ञान की कमी, गलत बर्ताव या असत्य बोलने के कारण होते हैं।
पापमोचनी एकादशी की रात का बहुत महत्व है। शास्त्रों के अनुसार, इस रात को विशेष रूप से जागरण और भजन-कीर्तन करना चाहिए। इसके अतिरिक्त भगवान के गुणों का गान करें और उनके चमत्कारों का स्मरण किया जाता है। एकादशी का व्रत यह सिखाता है कि यदि हम अपने जीवन को धार्मिक और आध्यात्मिक मार्ग पर लेकर चलें तो पाप और दोष हमारे पास नहीं आएंगे।
पापमोचनी एकादशी पर भगवान विष्णु के नामों का जप, विशेष रूप से महामंत्र करने से पापों का समूल नाश होता है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु के रूप दामोदर और गोविंद का ध्यान करना अत्यधिक फलदायक माना जाता है।
मंत्र- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे।।
राशि अनुसार जरूर करें यह उपाय
मेष – तुलसी पर दीपदान करें।
वृषभ – श्री राधा कृष्ण मंदिर में प्रणाम करें।
मिथुन – लाल रंग के फलों का दान करें।
कर्क – दूध और मखाने का दान करें।
सिंह – पापमोचनी एकादशी व्रत कथा पढ़ें ।
कन्या – गुड़ और गुड़ से बनी वस्तुओं का दान करें।
तुला – लाल गुलाब श्री राधाकृष्ण को भेंट स्वरुप दें।
वृश्चिक – सुहाग की चीजें राधा रानी को अर्पित करें।
धनु – चंदन का तिलक लगाएं।
मकर– केसरिया दूध का दान करें।
कुंभ– पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं।
मीन– फलों का दान करें।