Paapmochani Ekadashi 2022: जाने-अनजाने में किए गए पापों से मिलेगी छुटकारा, बस करने होंगे ये उपाय

punjabkesari.in Saturday, Mar 26, 2022 - 02:08 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
"एकादशी तिथि", हिंदू धर्म ग्रंथों में इसे पावन तिथि का नाम दिया गया है। बता दें ये तिथि जग के पालनकर्ता श्री हरि विष्णु जी को समर्पित है। जिसका अर्थ हुआ वर्ष में आने वाली प्रत्येक एकादशी तिथि पर इन्हीं के पूजन का विधान है। आपकी जानकारी के लिए बता दें वर्ष में कुल 24 एकादशी तिथियों होती हैं जो अधिक मास लगने पर ढ़कर 26 हो जाती हैं। अर्थात प्रत्येक मास में कुल 2 बार एकादशी तिथि आती है। बात करें इस मास की तरह इस समय हिंदू वर्ष का पहला मास चैत्र माह चल रहा है जिसकी 28 तारीख यानी कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पड़ रही है। बता दें चैत्र मास के कृष्ण मास में पड़ने वाली एकादशी तिथि को पापमोचनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। धार्मिक शास्त्रों में इस एकादशी का खासा महत्व बताया गया है। जैसे कि इसके नाम से स्पष्ट होता है कि ये मानव जीवन के पापों का नाश करती हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन जो व्यक्ति श्री हरि की विधि वत रूप व सच्चे मन से पूजा करता है उसे अपने जीवन में किए गए जाने-अनजाने के पापों से मुक्ति मिलती है। तो वहीं ज्योतिष विशेषज्ञ बताते हैं कि इस दिन विष्णु भगवान की कृपा पाने के लिए कई तरह उपाय आदि किए जा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं क्या है ये उपाय-

PunjabKesari  Ekadashi Upay, Papmochani Ekadashi pujan, Papmochani Ekadashi vrat, fast and festival, vrat or tyohar, fast of ekadashi, ekadashi fast, dharm, ekadashi 2022
इस दिन प्रात: स्नान के बाद भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करें तथा श्री हरि विष्णु के ॐ भगवते वासुदेवाय मंत्र का 108 बार जाप करें। ध्यान रखें मंत्र जाप के लिए तुलसी की माला का उपयोग करें। मान्यता है कि इस मंत्र के प्रभाव से सुख एवं समृद्धि में कमी नहीं आती।

जिस व्यक्ति को नौकरी या व्यापार आदि में प्रॉब्लम हो रही हों, अधिक मेहनत करने के बाद भी तरक्की हासिल न हो रही तो पापमोचनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को 8 बादाम एवं एक जटा वाला नारियल अर्पित करना चाहिए, इससे लाभ होगा।
 
जीवन में धन-संपदा की कमी होने पर धन में वृद्धि के लिए पापमोचनी एकादशी की रात भगवान विष्णु की पूजा करें। 9 मुखी दीप विष्णु जी के समक्ष तथा 1 देवी लक्ष्मी के समक्ष प्रज्वलित करें। ध्यान रखें ये दीपक पूरी रात जलते रहने चाहिए। भगवान विष्णु के साथ पूजा करने से माता लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं।

PunjabKesari  Ekadashi Upay, Papmochani Ekadashi pujan, Papmochani Ekadashi vrat, fast and festival, vrat or tyohar, fast of ekadashi, ekadashi fast, dharm, ekadashi 2022

हिंदू धर्म ग्रंथों में बताया गया है कि तुलसी भगवान विष्णु को बहुत ही प्रिय हैं, जिस कारण लोग इन्हें अपने घर में आंगन में इनका पौधा जरूर रखते हैं। कहा जाता है कि पापमोचनी एकादशी के दिन तुलसी की पूजा जरूर करके वहां घी का एक दीपक जरूर जलाना चाहिए। ध्यान रखें ऐसा करते समय आपका अपना मुख पूर्व या उत्तर दिशा में हो। इसके अलावा तुलसी की 5 या 11 बार परिक्रमा करें, इससे परिवार की तरक्की होती है।


इन सब के अलावा ज्योतिष शास्त्र में पीपल के पेड़  का श्री हरि से गहरा संबंध बताया है। कहा जाता है इस पेड़ में साक्षात निवास करते हैं, इसलिए पापमोचनी एकादशी के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। लोटे में जल भरकर उसमें शक्कर डालें, फिर उसे पेड़ पर चढ़ाएं। इसके उपरांत पेड़ के नीचे एक घी का दीपक जलाएं। माना जाता है इससे जीवन में सुख एवं समृद्धि आती है। -

PunjabKesari  Ekadashi Upay, Papmochani Ekadashi pujan, Papmochani Ekadashi vrat, fast and festival, vrat or tyohar, x


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Jyoti

Recommended News

Related News