नीम करोली बाबा की इस बात को जीवन में उतार लें, फिर कभी किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा
punjabkesari.in Wednesday, Oct 15, 2025 - 06:00 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा की शिक्षाएं अत्यंत सरल, सीधी और जीवन को बदलने वाली हैं। जिस बात का आप ज़िक्र कर रहे हैं कि जीवन में ऐसी कौन सी सीख है, जिसे अपनाकर कभी किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा। वह उनकी संपूर्ण शिक्षा का सार है, जो सेवा, प्रेम, सही कर्म और धन के सही उपयोग पर आधारित है। महाराज जी ने कभी कोई एक विशिष्ट नियम या सूत्र नहीं बताया, बल्कि जीवन जीने की एक पद्धति सिखाई, जिसे अपनाने वाला व्यक्ति स्वयं इतना समर्थ और संतुष्ट हो जाता है कि उसे बाहरी सहारे या किसी से कुछ मांगने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती। आइए, बाबा की उस मूलभूत शिक्षा को विस्तार से समझते हैं:
धन का सही प्रबंधन और सही उपयोग
महाराज जी ने धन के बारे में बहुत स्पष्ट शिक्षा दी है। यह सबसे महत्वपूर्ण बिंदु है जो आपको आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है-
धन का संचय नहीं, बल्कि सदुपयोग करें: उनका कहना था कि धन को केवल तिजोरी में भरकर रखने से वह नहीं बढ़ता। धन कमाने से पहले जरूरी है कि आप अपने धन कोष को खाली करें, यानी अपने कमाए हुए धन को अच्छे कामों में लगाएं। जब आप जरूरतमंदों की मदद करते हैं, दान करते हैं और सेवा के कार्यों में धन लगाते हैं, तो ईश्वर प्रसन्न होते हैं और आपकी तिजोरी कभी खाली नहीं होती। यह एक ऐसा चक्र है जहां देने से ही धन और समृद्धि लौटकर आती है।
दिखावे और अनावश्यक खर्च से बचें: बाबा ने धन की बर्बादी करने वाले को अमीर बनने से रोका है। दिखावे के चक्कर में अनावश्यक खर्च करना, व्यसन करना या फिजूलखर्ची करना लक्ष्मी को घर में टिकने नहीं देता। जो व्यक्ति बचत पर ध्यान देता है और पैसे का बुद्धिमानी से इस्तेमाल करता है, उस पर मां लक्ष्मी हमेशा मेहरबान रहती हैं।
लालच का त्याग करें: बाबा के अनुसार, लालच वह बुरी आदत है जो व्यक्ति को धन का सुख प्राप्त नहीं करने देती। जीवन में ईमानदारी से मेहनत कर अपना जीवनयापन करना चाहिए। लालच का भाव मन को अशांत करता है और सफलता के रास्ते बंद कर देता है।
सत्य, प्रेम और कर्म में विश्वास
जीवन में चाहे जैसी भी परिस्थिति हो, व्यक्ति को उसका डटकर सामना करना चाहिए। मुश्किलों से मुंह मोड़ना या भागना नहीं चाहिए। जो व्यक्ति हर कार्यक्षेत्र में मजबूती से खड़ा रहता है और अपना काम पूरी ईमानदारी से करता है, उसे सफलता जरूर मिलती है। तुम अपना काम करते रहो, सभी से मित्रवत व्यवहार करो और किसी से झगड़ा मत करो। यह सीख बताती है कि ईर्ष्या करने वालों पर ध्यान न दें, बल्कि एक महान नायक की तरह अपने कर्म पर ध्यान केंद्रित करें।