Nag Panchami : इन मंदिरों में होता है कालसर्प दोष का निवारण
punjabkesari.in Monday, Aug 14, 2023 - 09:00 AM (IST)
Nag Panchami Kaal Sarp Dosh upay: अगर परिवार के किसी सदस्य को दिन-रात मेहनत करने के बावजूद अपेक्षित परिणाम नहीं मिल रहा है। कई रिश्ते आ रहे हों, मगर विवाह नहीं हो पा रहा हो। विवाह होने पर भी पति-पत्नी के बीच हमेशा तनाव रहता हो तो समझिए कि व्यक्ति की कुंडली में काल सर्पदोष का योग है। पंडितों का कहना है कि नाग देवता की पूजा इस दोष से मुक्ति दिलाती है।
त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग नासिक में नाग पूजा का महत्व है, जहां नाग पूजा अन्य विधान करने में घंटों लग जाते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि नागपंचमी के दिन यदि नागदेवता को दूध पिलाया जाए या शिव मंदिर में नाग पूजा करके जलाभिषेक किया जाए तो काल सर्पदोष का प्रभाव कम हो जाता है और ग्रहों के प्रकोप से मुक्ति मिलती है।
ज्योतिषी व पंडितों की मानें तो काल सर्पदोष के निवारण के लिए एक मात्र उपाय विधि-विधान से नागों की पूजा करना है। काल सर्प दोष पूजा करवाना अति खर्चीला होने से बहुत कम श्रद्धालु यह पूजा करवाते हैं क्योंकि इसके लिए श्रद्धालुओं को नासिक के त्र्यंबकेश्वर, औरंगाबाद के घृष्णेश्वर, उज्जैन के महाकालेश्वर या अन्य ज्योतिर्लिंगों में जाकर विधि-विधान से पूजा करवानी पड़ती है।
शिव पुराण व अन्य ग्रंथों में कहा गया है कि काल सर्प दोषयुक्त कुंडली वाला व्यक्ति यदि नागपंचमी पर नाग की पूजा करें और शिवजी पर सहस्राभिषेक करें तो सर्वमनोकामना सिद्धि प्राप्त होती है। नागपंचमी पर महिलाएं अपने घर की दीवार या आंगन में गोबर से सांप की आकृति बनाकर जल, घी अर्पित करें और दूध व लाई का भोग भी लगाएं। ऐसी मान्यता है कि दूध का भोग लगाने और नागदेवता की पूजा-अर्चना करने से सात पीढिय़ों तक नागों का भय नहीं रहता।