Muni Shri Tarun Sagar- मौत को टाला तो नहीं जा सकता मगर सुधारा तो जा ही सकता है
punjabkesari.in Friday, Apr 11, 2025 - 11:20 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
पैसा सब कुछ नहीं
मैं जानता हूं कि पैसे में बहुत ताकत है। तभी तो कुछ लोग कहते हैं कि पैसा ही परमेश्वर है मगर आपको एक बात माननी पड़ेगी कि पैसा कुछ हो सकता है, बहुत कुछ हो सकता है लेकिन सब कुछ नहीं है। पैसा अगर सब कुछ होता तो बुद्ध और महावीर राजपाट नहीं छोड़ते लेकिन उन्होंने छोड़ा क्योंकि वे जानते थे कि पैसे से हम भोजन तो खरीद सकते हैं लेकिन भूख नहीं। बिस्तर तो खरीद सकते हैं लेकिन नींद नहीं, पुस्तक तो खरीद सकते हैं लेकिन ज्ञान नहीं, सुविधाएं तो खरीद सकते हैं लेकिन स्वर्ग नहीं, पदार्थ तो खरीद सकते हैं लेकिन परमेश्वर नहीं।
चार माता
गौवंश भारतीय जीवन का आधार है। प्राचीन काल से ही गौ का पूजन व सेवा चली आ रही है लेकिन आज पशुवध द्वारा गौवंश खत्म करने का जो मंसूबा बनाया है वह चिंता और चिंतन का विषय है। विश्व में चार माता हैं- भू माता, गौमाता, गंगा माता और अपने घर की माता। इनकी रक्षा करना हर पुत्र का दायित्व है। जो भी इनकी रक्षा नहीं करता या इन पर अत्याचार करता है, वह पुत्र नहीं कुपुत्र है। ऐसे बेटों को जीने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा अवश्य ही मिलना चाहिए।
गलती का पश्चाताप करें
भारतीय संस्कृति को बचाना है तो गाय को बचाना ही होगा। आप गाय को बचाइए। गाय आपको बचाएगी, पूरे देश को बचाएगी। रात को सोने से पहले आज की समीक्षा करें। आज जो ठीक बन पड़ा, उसकी प्रशंसा करें, उसे उपलब्धि मानें और जो गलत हुआ, उसके लिए पश्चाताप करें। आज हुई गलतियों की भरपाई करने के लिए कल के कार्यक्रम में कुछ ऐसे तथ्य जोड़ें, जो खोदे गए गड्ढे को पाटकर समतल कर सकें। मौत को टाला तो नहीं जा सकता, मगर सुधारा तो जा ही सकता है।