Money Astrology Tips: अद्भुत टोटके अपनाएं, धन संबंधित हर समस्या से छुटकारा पाएं
punjabkesari.in Tuesday, Jul 30, 2024 - 08:31 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Money Astrology Tips: कई बार लोगों के मुंह से सुनने में आता है कि व्यापार का पैसा इधर-उधर फंस गया। देनदार वापस नहीं लौटाते और हर तरफ से निराशा ही-निराशा हाथ लगती है, ऐसी परिस्थिति में यह प्रयोग लाभदायक सिद्ध हो सकता है। किसी सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, गुरु पुष्य अथवा होली या दीपावली के दिन अथवा किसी भी श्रेष्ठ मुहूर्त में स्वच्छ व साफ रुई लेकर उसकी चार बत्तियां बनाएं। बत्तियों को घी में डुबोकर उन पर शुद्ध नागकेश्वर, जावित्री और काले तिल कूट कर बिखेर दें। 12 बजे के बाद किसी भी समय जब पूरा वातावरण शांत हो और चारों तरफ सुनसान हों तो इन बत्तियों को चौमुखे दीपक में तिल का तेल डालकर किसी वीरान चौराहे पर जलाकर रखें और देनदार व्यक्ति की छवि मन में रखें। ईश्वर से प्रार्थना करें कि-‘हे ईश्वर! मेरा परिश्रम का कमाया गया धन मुझे वापस मिल जाए।’ ऐसा तीन बार बोलकर लौट आए, वापस पीछे मुड़कर न देखें।
अगर आपको किसी विशेष कार्य पर जाना है और चाहते हैं कि वह कार्य बन जाए तो इसके लिए आप प्रात: लगभग चार बजे उठें और एक नीले रंग का रेशमी चमकदार धागा अपने घर के आगे पड़ने वाले तीसरे खंभे पर अपनी कामना करते हुए बांध दें। कार्य बनने की सम्भावना बढ़ जाएगी।
घर में ऊर्जात्मक वातावरण बनाने में सूर्य की रोशनी का विशेष महत्व होता है इसलिए घर की आंतरिक साज-सज्जा ऐसी होनी चाहिए कि सूर्य की रोशनी घर में पर्याप्त रूप में प्रवेश करे।
घर में कलह अथवा अशांति का वातावरण हो तो ड्राइंग-रूम में फूलों का गुलदस्ता रखना श्रेष्ठ होता है। घर में किसी भी कमरे में सूखे हुए पुष्प न रखें। यदि छोटे गुलदस्ते में रखे हुए फूल सूख जाएं तो नए पुष्प लगा दें और सूखे पुष्पों को निकाल कर बाहर फैंक दें।
अपने घर में ईशान कोण अथवा ब्रह्म स्थल में स्फटिक श्रीयंत्र की शुभ मुहूर्त में स्थापना करें। यह यंत्र लक्ष्मी प्रदायक भी होता ही है, साथ ही साथ घर में स्थित वास्तु दोषों का भी निवारण करता है।
घर में उत्पन्न वास्तुदोष घर के मुखिया के लिए कष्टदायक होते हैं। इसके निवारण के लिए घर के मुखिया को सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
अपने घर के पूजा घर में देवताओं के चित्र भूलकर भी आमने-सामने नहीं रखने चाहिए। इससे बड़ा दोष उत्पन्न होता है।