मथुरा-वृंदावन दर्शन के बाद ये चीज साथ लाना क्यों माना जाता है अशुभ?
punjabkesari.in Thursday, Nov 27, 2025 - 01:46 PM (IST)
Mathura Vrindavan Beliefs: धार्मिक नगरी मथुरा और वृंदावन को भगवान श्रीकृष्ण की लीलाभूमि माना जाता है। यहां की हर चीज़ पवित्र और पूजनीय है। श्रद्धालु यहां से प्रसाद, राधा-कृष्ण की मूर्तियां और तुलसी की माला जैसी कई चीज़ें अपने घर लाते हैं ताकि श्रीकृष्ण का आशीर्वाद बना रहे। हालांकि, सनातन धर्म की कुछ मान्यताओं और स्थानीय परंपराओं के अनुसार, एक ऐसी चीज़ है जिसे मथुरा-वृंदावन से कभी भी अपने घर नहीं लाना चाहिए। माना जाता है कि यदि यह चीज़ घर आ जाए तो सुख-समृद्धि चली जाती है और जीवन में परेशानियां शुरू हो सकती हैं।

वो चीज़ है यहां की मिट्टी, पत्थर या कंकर
ज्योतिष और स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, आपको मथुरा, वृंदावन या गोवर्धन पर्वत की मिट्टी, कंकर या पत्थर को अपने घर की सजावट या किसी अन्य उद्देश्य से नहीं लाना चाहिए।
मिट्टी, पत्थर या कंकर घर क्यों नहीं लाना चाहिए?
ऐसा माना जाता है कि वृंदावन की भूमि स्वयं राधा रानी और श्रीकृष्ण की संपत्ति है। इस भूमि का कण-कण पूजनीय है और इसे व्यक्तिगत संपत्ति के रूप में घर लाना अनुचित माना जाता है। इस भूमि के अंश को घर लाने से व्यक्ति को अपनी संपत्ति या धन की हानि उठानी पड़ सकती है।

वृंदावन की मिट्टी को अत्यंत पवित्र और चंदन के समान माना जाता है। इस रज को केवल मस्तक पर लगाने या श्रद्धापूर्वक प्रणाम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसे घर लाकर सामान्य वस्तु की तरह रखना इसका अनादर माना जाता है, जिससे घर से सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि दूर हो सकती है। कुछ कथाओं के अनुसार, जो व्यक्ति इस पूजनीय भूमि के कणों को अपने निजी लाभ के लिए घर ले जाता है, उसे अशुभ फल की प्राप्ति होती है।

क्या लेकर आना शुभ है?
अगर आप वृंदावन की याद और आशीर्वाद घर लाना चाहते हैं। ठाकुर जी की पोशाक या श्रृंगार का सामान घर लेकर आ सकते हैं। यह घर में बरकत लाता है।
इसके अलावा प्रसाद जैसे- पेड़ा, माखन-मिश्री, या पंचमेवा लेकर आ सकते हैं।
पवित्र माला जैसे- तुलसी या चंदन की माला और राधा-कृष्ण की मूर्ति या तस्वीर लेकर आ सकते हैं। इनकी पूजा से घर में सुख-शांति बनी रहती है।

