इन मंत्रों से शत्रु बढ़ाएंगे आपकी तरफ मित्रता का हाथ
punjabkesari.in Thursday, Jan 16, 2020 - 07:46 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जब हम समाज में रहते हैं तो किसी न किसी व्यक्ति से ऊंच-नीच होना स्वाभाविक है। हर कोई हमारा दोस्त बनकर नहीं रह सकता। यदि आप अपने दुश्मनों को अपना मित्र बनाना चाहते हैं तो यहां कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में बताया जा रहा है, जिससे वे स्वयं आगे बढ़कर आपकी तरफ मित्रता का हाथ बढ़ाएंगे।
सबसे पहले करें भगवान शिव की उपासना
भगवान शिव को भोले बाबा भी कहा जाता है क्योंकि वे बहुत भोले हैं। अपने भक्तों पर प्रसन्न होकर, उन्हें मनवांछित वर दे देते हैं। शत्रुओं को शांत रखने के लिए हर रोज़ शिव मंदिर जाएं। शिवलिंग पर जल की धारा अर्पित करें और पंचाक्षरी मंत्र- ॐ नम: शिवाय का जाप करें। शाम को पुन: शिव मंदिर जाएं और घी का दीपक जलाकर "ॐ नमो भगवते रुद्राय" का जाप करें।
हनुमान जी की अराधना
मध्य रात्रि में हनुमान जी की पूजा करें। सरसों के तेल का दीपक लगा कर उन्हें लाल रंग का फूल अर्पित करें। अब शांत मन से बजरंग बाण का पाठ करें। फिर पहले से ही जल रहे दीपक को उठाकर हनुमान जी की आरती करें।
श्री नृसिंह पूजा
अपने घर में भगवान नृसिंह के चित्र की स्थापना करें। ऐसा करने से शत्रु आपका बाल भी बांका नहीं कर पाएगा। यहां तक की कोई भी ऊपरी शक्ति आपके घर में प्रवेश नहीं कर पाएगी। गोधूलि वेला में भगवान नृसिंह को लाल फूल चढ़ाएं। नृसिंह मंत्र ॐ श्री लक्ष्मीनृसिंहाय नम: का जाप करें। इस मंत्र के प्रभाव से आपकी ताकतवर बनने की चाहत पूरी होगी। हर बाधा से मुक्ति के लिए इस मंत्र का जाप करें- "ॐ नृ नृसिंहाय शत्रु भुज बल विदीर्णाय स्वाहा"
मां बगलामुखी की साधना
चौंकी पर पीले रंग का साफ-स्वच्छ कपड़ा बिछाएं। उस पर मां बगलामुखी के चित्र या प्रतिमा को स्थापित करें। उनके सामने देसी घी का दीपक लगाएं। फिर पीले फूल और पीला नैवेद्य चढ़ाएं। फिर इस मन्त्र का जाप करें- "ऊँ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय, जिह्ववां कीलय, बुद्धि विनाशय, ह्रीं ॐ स्वाहा"