Mansarovar Lake: एक रहस्यमयी झील जो बदल सकती है आपका भाग्य, स्वयं महादेव करने आते हैं स्नान
punjabkesari.in Friday, Aug 01, 2025 - 12:04 PM (IST)

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Mansarovar Lake: हिंदू धर्म में ऐसे कई तीर्थस्थल हैं, जिनके बारे में मान्यता है कि वहां जाने मात्र से व्यक्ति के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। परंतु जब बात आती है मानसरोवर की, तो यह स्थान सिर्फ एक तीर्थ नहीं, बल्कि आध्यात्मिक चेतना और दिव्यता का केंद्र माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस झील में स्नान करने से मनुष्य के सातों जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। आइए जानते हैं इस चमत्कारी झील का रहस्य, उसका धार्मिक महत्व और वैज्ञानिक पहलू।
मानसरोवर झील: कहां है और क्या है इसका महत्व ?
मानसरोवर झील तिब्बत में स्थित है, जो समुद्र तल से लगभग 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह झील माउंट कैलाश के पास स्थित है, जिसे भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है।
यह झील न केवल हिंदू धर्म में, बल्कि बौद्ध, जैन, और बोन धर्म में भी अत्यधिक पवित्र मानी जाती है। हिंदू मान्यता के अनुसार, मानसरोवर का जल स्वयं ब्रह्मा ने अपनी मानस शक्ति से निर्मित किया था और यहां स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
सात जन्मों के पाप कैसे मिटते हैं ?
पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब कोई व्यक्ति मानसरोवर झील में स्नान करता है, तो उसके मन, शरीर और आत्मा की शुद्धि होती है। यह सिर्फ बाहरी स्नान नहीं, बल्कि आंतरिक परिवर्तन की यात्रा होती है। कहा जाता है कि:
एक बार मानसरोवर स्नान करने वाला व्यक्ति पुनर्जन्म के चक्र से मुक्त हो सकता है।
यह विचार इस बात पर आधारित है कि मानसरोवर की यात्रा और वहाँ का स्नान केवल शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक तपस्या भी है। इस ऊंचाई पर पहुंचने के लिए व्यक्ति को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, और यह यात्रा अपने आप में एक प्रकार का आत्म-मंथन होती है।
भगवान शिव की कृपा कैसे मिलती है ?
माउंट कैलाश को भगवान शिव का निवास माना जाता है। मानसरोवर झील इसी पर्वत के पास स्थित है और ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव व माता पार्वती मानसरोवर में स्नान करते हैं। इसीलिए जो व्यक्ति सच्चे मन से यहां स्नान करता है, उसे शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
कुछ यात्रियों और साधकों का यह भी कहना है कि मानसरोवर के किनारे ध्यान लगाने से उन्हें गहरी शांति, आध्यात्मिक अनुभूति, और कभी-कभी दिव्य संकेत तक प्राप्त होते हैं। कई बार लोगों ने यह भी अनुभव किया है कि यहां ध्यान करते समय उन्हें शिव की उपस्थिति का आभास हुआ।