300 साल बाद महाशिवरात्रि पर कई दुर्लभ संयोग, इन राशियों पर बरसेगी भोले की कृपा !

punjabkesari.in Friday, Mar 08, 2024 - 10:43 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Maha Shivratri 2024: 300 साल के बाद महाशिवरात्रि पर इस बार बहुत ही दुर्लभ योग और संयोग बन रहे हैं। जो कई राशियों की किस्मत भी बदलने वाले हैं। भोलेनाथ की पूरी कृपा बरसने वाली है। आज 8 मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा और इस दिन त्रयोदशी यानी प्रदोष व्रत के साथ चतुर्दशी का संयोग भी है और दोनों ही शिव जी के दिन हैं। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी है, जिसमें कोई भी शुभ कार्य शुरू किया जा सकता है। इस दिन शिवयोग भी है जिसे कठिन साधना को सिद्ध करने के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन अमृत सिद्ध योग भी है, जिसमें पूजा करने से अमृत के समान फल मिलता है। श्रवण नक्षत्र भी है। इस नक्षत्र में शिवपूजा का तुरंभ फल मिलता है।

300 साल बाद महाशिवरात्रि पर इस बार त्रिकोणीय दुर्लभ संयोग है। श्रवण नक्षत्र के बाद धनिष्ठा नक्षत्र, शिवयोग, गर-तरण के साथ-साथ मकर और कुंभ राशि भी चंद्रमा की साक्षी रहेगी। कुंभ राशि में सूर्य, शनि, बुध का युति संबंध रहेगा। ये योग 300 साल में एक या दो बार बनते हैं। जब नक्षत्र, योग और ग्रहों की स्थिति केंद्र त्रिकोण से संबंध रखती है।

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किन राशियों के लिए यह संयोग बेहद शुभ रहने वाले हैं, जानते हैं-
हिन्दू धर्म में तीन देवताओं ब्रह्मा, विष्णु और महेश को इस सृष्टि की रचना एवं विनाश अर्थात सञ्चालन के लिए उत्तरदायी माना जाता है । इन तीनों ही देवताओं को एक साथ त्रिदेव की उपाधि दी गयी है। शंकर या महादेव सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक हैं। इन्हें देवों के देव महादेव भी कहते हैं। इन्हें भोलेनाथ, शंकर, महेश, नीलकंठ आदि नामों से भी जाना जाता है। तंत्र साधना में इन्हें भैरव के नाम से भी जाना जाता है।

शंकर जी सौम्य एवं रौद्र रूप दोनों के लिए विख्यात हैं। शिव का अर्थ यद्यपि कल्याणकारी माना गया है लेकिन वे हमेशा लय एवं प्रलय दोनों को अपने अधीन किए हुए हैं। इन्हें देवों का देव महादेव भी कहा जाता है। वेद में इनका नाम रुद्र है। इनकी अर्धांगिनी का नाम पार्वती है। इनके पुत्र कार्तिकेय और गणेश हैं तथा पुत्री अशोक सुंदरी हैं।

महाशिवरात्रि को गौरी शंकर की शादी के रूप में भी मनाया जाता है और इसे शिव और शक्ति के मिलन का एक महान पर्व माना जाता है।

शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि महाशिवरात्रि दिन से ही सृष्टि का प्रारंभ हुआ था। ऐसी भी मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन ही भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग प्रकट हुए थे। ये सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, केदारनाथ ज्योतिर्लिंग, भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग, त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग, वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, रामेश्वर ज्योतिर्लिंग और घृष्‍णेश्‍वर ज्योतिर्लिंग हैं।

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गरुड़ पुराण, स्कन्द पुराण, पद्मपुराण और अग्निपुराण आदि में शिवरात्रि का वर्णन मिलता है। 8 मार्च को महाशिवरात्रि पर जो दुर्लभ संयोग बन रहे हैं, वह किन राशियों को जबरदस्त लाभ देने वाले हैं, उनका जिक्र करते हैं-

पहली भाग्यशाली राशि वृषभ राशि है। इस राशि वालों के लिए यह महाशिवरात्रि बहुत ही शुभ होने वाली है। नौकरी और करियर में उन्नति होगी। आपके कार्य, व्यवहार और योग्यता से लोग प्रभावित होंगे। यदि व्यापारी हैं तो तगड़ा मुनाफा कमाने में सफल होंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आय के नए सोर्स विकसित होंगे। घर-परिवार में तालमेल रहेगा और माहौल सुखद रहेगा।

दूसरी भाग्यशाली राशि मिथुन राशि है। मिथुन राशि वालों के लिए यह महाशिवरात्रि सुख-सुविधा और समृद्धि को बढ़ाने वाली सिद्ध होगी। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। यात्रा के योग हैं। नौकरी में नए ऑफर मिल सकते हैं। वेतन वृद्धि और पदोन्नति के प्रबल योग हैं। व्यापार में उन्नति होगी। आर्थिक मोर्चों पर हर कदम पर भाग्य आपका साथ देगा। अप्रत्याशित धन लाभ की प्राप्ति भी हो सकती है। आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना होगी।

तीसरी भाग्यशाली राशि सिंह राशि है। सिंह राशि वालों के लिए महाशिवरात्रि संबंधों को मजबूत करने वाली सिद्ध होगी। नौकरी और व्यापार में भाग्य हर कदम पर आपका साथ देगा। आप अपनी बुद्धि के बल पर सफलता हासिल करने में कामयाब होंगे। पैतृक संपत्ति से आपको लाभ होगा। यह समय लाभ कमाने का है।

चौथी भाग्यशाली राशि तुला राशि है। तुला राशि वालों के लिए महाशिवरात्रि का पर्व धन लाभ देने वाला सिद्ध होगा। आप अपनी सभी मनोकामनाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे। आपकी नौकरी में आपको बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। वेतन वृ‌द्धि के साथ ही बोनस भी मिल सकता है। लंबी यात्रा के योग भी हैं। व्यापारी हैं तो लाभ में बढ़ोतरी होगी। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा।

पांचवी भाग्यशाली राशि कुंभ राशि है। कुंभ राशि वालों की लंबे समय से चली आ रही कोई मनोकामना पूरी होगी। विदेश जाने की कोई फाइल लगाई है तो अच्छी खबर सुनने को मिलेगी। आमदनी के स्रोत बढ़ेंगे। विवाह योग्य संतान के लिए अच्छे रिश्ते आएंगे।लव लाइफ भी बेहतर होगी और करियर में तरक्की मिलेगी।

गुरमीत बेदी
9418033344

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Content Writer

Niyati Bhandari

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