केदारनाथ धाम में बर्फबारी-बारिश के बाद उत्तराखंड पुलिस ने उठाया यह कदम

punjabkesari.in Wednesday, Jun 01, 2022 - 07:48 AM (IST)

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Char dham Yatra 2022: मई में चारधाम यात्रा की शुरुआत के बाद से उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी ने श्रद्धालुओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वहीं, रास्ते में भी भक्तों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं के बाद उत्तराखंड सरकार द्वारा कई एहतियाती कदम उठाए गए हैं और श्रद्धालुओं की संख्या भी सीमित कर दी गई है। हालांकि, बारिश और बर्फबारी के चलते ठंड बढ़ने के बाद श्रद्धालुओं की बढ़ती परेशानी देखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने सराहनीय कदम उठाया है। 

श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने देश के पहले बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप पर अपने आधिकारिक हैंडल के जरिये एक वीडियो पोस्ट कर यह जानकारी दी है। इस वीडियो पोस्ट में मंदिर समिति ने उत्तराखंड पुलिस द्वारा की गई घोषणा दिखाई जा रही है। इस कू पोस्ट में लिखा हुआ है, “श्री केदारनाथ में बर्फबारी और वर्षा के बाद ठंड बढ़ता देख ने यात्रियों की सुविधा के लिए गरम कपड़ों, चप्पल/ जूते की दुकानें खुलवाई हैं। 

➡️ मंदिर की सीढ़ियों के दाहिने तरफ शंकर होटल के पास आवश्यक सामग्री खरीद सकते हैं।

इस पोस्ट में उत्तराखंड पुलिस की महिला कर्मचारी कहती है, “जिन यात्रियों के चप्पल जूते और कपड़े गीले हो गए हों और जिन्हें इसकी आवश्यकता हो, वे मंदिरों की सीढ़ियों के नीचे दाहिनी तरफ शंकर होटल के पास आवश्यक सामग्री खरीद सकते हैं।”

वहीं, मंदिर समिति ने बुधवार सुबह अपनी कू पोस्ट में श्रद्धालुओं को ताजा जानकारी देते हुए कहा कि मौसम साफ होने के बाद श्री केदारनाथ धाम यात्रा पुनः प्रारंभ हो गई है। पैदल मार्ग व हेलीकॉप्टर सेवा के जरिये यह यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। आपकी सुरक्षित व आनंदमयी यात्रा हेतु उत्तराखंड पुलिस प्रतिबद्ध है। 

इतना ही नहीं, उत्तराखंड पुलिस द्वारा किए गए अन्य सराहनीय कार्यों में कई जगहों पर श्रद्धालुओं के लिए अलाव का प्रबंध करना भी शामिल है। स्वदेशी सोशल मीडिया मंच कू ऐप पर मंदिर समिति ने अपनी पोस्ट में अलाव की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “श्री केदारनाथ में बर्फबारी और वर्षा के बाद ठंड बढ़ता देख प्रशासन के सहयोग से श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह अलाव का प्रबंधन किया है। 

श्रद्धालुओं से अपील- कृपया सह-श्रद्धालुओं को अवश्य बताएं जिससे ज़रुरतमन्दों को इसका लाभ मिल सके। 

 


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Content Writer

Niyati Bhandari

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