Kanya Pujan Shubh Muhurat: इस शुभ मुहूर्त में करें मां के कंजक रुप को Invite, आपका भविष्य होगा Bright
punjabkesari.in Sunday, Sep 28, 2025 - 02:01 PM (IST)

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Kanya Pujan Shubh Muhurat 2025: शारदीय नवरात्रि अष्टमी 2025 Shardiya Navratri 2025 की अष्टमी तिथि का विशेष महत्त्व है। Durga Ashtami दुर्गा अष्टमी को मां दुर्गा के आठवें स्वरूप, देवी महागौरी की पूजा की जाती है। यह दिन केवल उपासना का नहीं बल्कि साधना, तप और आत्मशुद्धि का भी पर्व है। महागौरी का वर्ण चंद्रमा के समान श्वेत है। कथा है कि शिवजी को पाने हेतु कठोर तपस्या करने से उनका शरीर कृष्णवर्ण हो गया था। जब भगवान शंकर ने उन्हें गंगाजल से स्नान कराया, तब वे पुनः गौर वर्ण की हो गईं। इसलिए वे महागौरी कहलाती हैं। उनकी पूजा से पापों का नाश, जीवन से दुख-दरिद्रता का अंत और भय से मुक्ति मिलती है।
Durga Ashtami Date & Muhurat 2025 दुर्गा अष्टमी तिथि एवं मुहूर्त 2025
अष्टमी तिथि प्रारंभ: 29 सितंबर 2025, सोमवार, दोपहर 4:31 बजे
अष्टमी तिथि समापन: 30 सितंबर 2025, मंगलवार, शाम 6:06 बजे
उदय तिथि 30 सितंबर को होने के कारण महाष्टमी पूजन 30 सितंबर 2025, मंगलवार को होगा।
Kanya Pujan Muhurat 2025 कन्या पूजा मुहूर्त 2025
प्रथम मुहूर्त: प्रातः 5:01 से 6:13 बजे तक
द्वितीय मुहूर्त: प्रातः 10:41 से दोपहर 12:11 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: 11:47 से 12:35 बजे तक
Kanya Pujan Vidhi कन्या पूजन विधि
2 से 10 वर्ष की 9 कन्याओं एवं एक बालक (लंगूर) को आमंत्रित कर उनके चरण पखारें, उन्हें आसन पर बैठाकर पूड़ी, हलवा, चना परोसें। भोजन के बाद वस्त्र, दक्षिणा और उपहार देकर उनका आशीर्वाद लें। कन्या पूजन, मां दुर्गा को प्रसन्न करने का सबसे प्रिय अनुष्ठान है।
Significance of Havan on Ashtami अष्टमी के दिन हवन का महत्व
हवन में अग्नि देवता को आहुतियां अर्पित करते हुए “ॐ दुं दुर्गायै नमः” मंत्र का जप करें। हवन से वातावरण शुद्ध होता है और साधक की साधना सिद्ध होती है।
Havan on Ashtami हवन का महत्व)
अष्टमी पर हवन करना अत्यंत शुभ माना गया है। हवन कुंड में अग्नि प्रज्वलित करें। “ॐ दुं दुर्गायै नमः” मंत्र का जप करें। आहुतियों में घी, कपूर, हवन सामग्री और नवग्रह संबंधी द्रव्य डालें। हवन से वातावरण शुद्ध होता है। साधक के पाप नष्ट होते हैं। देवी की कृपा तुरंत प्राप्त होती है।
Benefits of Worshipping Maa Durga on Ashtami अष्टमी पर मां दुर्गा की पूजा का लाभ
भय और दुख से मुक्ति
पाप और नकारात्मकता का अंत
मनोकामनाओं की पूर्ति
घर में सुख-समृद्धि और शांति