जयपुर के 5 हनुमान मंदिर, जहां परंपरा और आस्था का देखने को मिलता है संगम
punjabkesari.in Monday, Nov 24, 2025 - 04:26 PM (IST)
Jaipur Hanuman Temples: राजस्थान की राजधानी जयपुर, जिसे अक्सर छोटी काशी कहा जाता है, अपनी भव्य इमारतों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ चमत्कारी और प्राचीन मंदिरों के लिए भी प्रसिद्ध है। इन मंदिरों में पवनपुत्र हनुमान जी के ऐसे कई स्थल हैं, जहां भक्तों की अपार श्रद्धा है और प्रतिदिन भारी भीड़ उमड़ती है। ये मंदिर न केवल धार्मिक आस्था के केंद्र हैं, बल्कि सदियों पुरानी अनोखी परंपराओं और गहरी मान्यताओं के कारण भी विशेष महत्व रखते हैं। हनुमान जी के इन पावन धामों में आने वाले भक्तों का विश्वास है कि यहां सच्चे मन से की गई प्रार्थनाएं अवश्य पूरी होती हैं। तो आइए जानते हैं जयपुर के ऐसे ही 5 अत्यंत पूजनीय और चमत्कारिक हनुमान मंदिरों के बारे में-

खोले के हनुमान जी
अरावली की पहाड़ियों के बीच दिल्ली बाईपास पर स्थित यह मंदिर लगभग 250 साल पुराना माना जाता है। यह मंदिर शांत और प्राकृतिक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यहां हनुमान जी को भक्त प्रेम से 'बाबा' कहकर पुकारते हैं। यहां का विशाल परिसर और शानदार वास्तुकला भक्तों को आकर्षित करती है। कहा जाता है कि यहां दर्शन मात्र से मन को असीम शांति मिलती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
काले हनुमान जी, चांदी की टकसाल
यह मंदिर जयपुर के सबसे प्राचीन और चमत्कारी मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा का रंग काला है, जो इसे अत्यंत दुर्लभ और अद्वितीय बनाता है। यह प्रतिमा पूर्वमुखी है। किंवदंतियों के अनुसार, आमेर के राजा जयसिंह ने शहर की रक्षा के लिए इन काले हनुमान जी को 'रक्षक' के रूप में स्थापित किया था। यहां बच्चों को बुरी नज़र से बचाने के लिए नजर का डोरा बांधा जाता है।

पापड़ के हनुमान जी
अपने नाम और भोग की अनोखी परंपरा के कारण यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है। इस मंदिर में हनुमान जी को पापड़ का भोग लगाया जाता है और भक्त प्रसाद के रूप में भी पापड़ ही ले जाते हैं। यह मंदिर नजर उतारने और संकटों से मुक्ति दिलाने के लिए विशेष रूप से जाना जाता है।
चांदपोल गेट हनुमान जी
यह मंदिर शहर के ऐतिहासिक चांदपोल गेट के पास स्थित है और इसकी स्थापत्य कला भी देखने लायक है। यह मंदिर लगभग 1100 साल पुराना माना जाता है, जिसका निर्माण मीणा राजाओं ने करवाया था। भक्तों का मानना है कि 2008 के बम धमाकों के दौरान भी यह प्राचीन मंदिर पूरी तरह सुरक्षित रहा था, जो यहां की दैवीय शक्ति का प्रमाण माना जाता है।
घाट के बालाजी
जयपुर शहर में घाट के बालाजी मंदिर की अपनी अलग धार्मिक मान्यताएं हैं। यह मंदिर अपनी विशेष पौराणिक कथाओं और स्थानीय परंपराओं के लिए जाना जाता है, जहां दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं। ये मंदिर न केवल धार्मिक आस्था के केंद्र हैं, बल्कि ये जयपुर की समृद्ध सांस्कृतिक और स्थापत्य विरासत को भी दर्शाते हैं।

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