Inspirational Context: क्यों तुलना करना है आपकी सबसे बड़ी बाधा ?

punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 02:00 PM (IST)

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Inspirational Context: जी हां, हम अच्छे हैं, सभी अच्छे हैं। कोई भी बेकार या खराब नहीं होता। कुदरत ने बड़ी खूबसूरती से सबको अद्वितीय बनाया है। सभी के अंदर एक अलग प्रकार की काबिलियत भी दी है। हमें उस काबिलियत को खोजने की जरूरत है। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो यह समझते हैं कि मेरे पास कोई काबिलियत ही नहीं है, कोई हॉबी नहीं है और न ही कोई विजन है। दरअसल ऐसा सोचना एक तनाव की स्थिति होती है। हमें खुद के बारे में सोचना चाहिए। कोई न कोई क्रिएटिविटी नजर आ जाएगी।

अगर सच में कोई हॉबी नजर नहीं आ रही हो तो खोज कर कोई अच्छी हॉबी पाल लेनी चाहिए। कुछ महीनों में ही आपकी हाबी आपको जिंदगी जीने की कला सिखा देगी। आपकी हॉबी या क्रिएटिव काम करने का जुनून हमेशा आपको जिंदादिल बना कर रखेगा।

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न जीओ तुलनात्मक जिंदगी
आज का युवा वर्ग तुलनात्मक जिंदगी जीने लगा है। कहने का मतलब है कि दूसरों से तुलना करके जिंदगी जीना। अमुक कितना आगे है और हम उससे पीछे या कम क्यों हैं ? यह अपने आप में बेकार की सोच है। सड़क पर चलने वाला हर वाहन चालक यह सोच ले कि सामने वाली गाड़ी से हम पीछे क्यों हैं तो यह कितनी खतरनाक बात हो सकती है। हर युवा को अपनी आवाज खुद बननी चाहिए। खुद को अद्वितीय समझना चाहिए और यही भावना जिंदगी को निखारेगी।

हमें यह बात भी ध्यान रखनी चाहिए कि हम हर काम करने योग्य नहीं बनें, पर जो कुछ बन सकता है उससे पीछे भी नहीं हटना चाहिए। याद रखें, इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं हो सकता, परंतु सभी अपनी तरह से अव्वल भी हैं, यही बात हर किसी को खास बनाती है। हर मौसम की अपनी-अपनी अहमियत होती है। जाड़े में धूप शरीर के लिए लाभदायक होती है क्योंकि धूप से विटामिन ‘डी’ प्राप्त होता है। गर्मियों में बर्फीली जगहों पर बर्फबारी एक अजीब सुख का संचार करती है। बारिश हमेशा तन-मन को तरोताजा कर देती है। इसी तरह हर जीव, हर वस्तु की अपनी-अपनी अहमियत होती है। एक को दूसरे से ज्यादा या कम नहीं आंकना चाहिए।

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हर किसी की अपनी अहमियत
चाकू तीक्ष्ण होता है, पर पेड़ नहीं काट
सकता, परंतु कुल्हाड़ी मजबूत है, पर वह बाल नहीं काट सकती। इस तरह इस दुनिया में हर चीज की अपनी-अपनी अहमियत है। इसी तरह हर आदमी की अपनी-अपनी अहमियत है। कोई पूरी तरह से सही या गलत नहीं होता, बस करने की नीयत होनी चाहिए।

चरित्र और उपयोगिता का महत्व
चाल्र्स डिकेंस एक अंग्रेजी उपन्यासकार थे। विक्टोरियन युग के दौरान वह सबसे लोकप्रिय उपन्यासकारों में से एक थे। उनकी रचनाओं में अक्सर सामाजिक अन्याय और गरीबों के संघर्षों को उजागर किया जाता था। वह इस बात को इस तरह समझाते थे कि एक छोटी-सी चाबी बड़ा और भारी दरवाजा पल भर में खोल देती है। कहने का मतलब यह है कि मामूली और छोटा दिखने वाला भी अपने चरित्र से अपनी उपयोगिता से भारी भरकम को मात दे सकता है। प्रकार यह निश्चित है कि दूसरों से तुलना करने या मुकाबला करने से व्यर्थ का दबाव ही बढ़ता है। हर आदमी के काम करने की अपनी रफ्तार है। कोई धीरे चल कर कभी नहीं रुके तो समझिए सबसे अधिक रफ्तार उसी की है।

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Content Editor

Prachi Sharma

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