घर-दुकान में यहां वास करती है अलक्ष्मी, नहीं बढ़ने देती कारोबार और होते हैं कई नुकसान

punjabkesari.in Thursday, Jan 26, 2017 - 02:24 PM (IST)

चीनी लोग फेंगशुई को फोलो करते हैं, वो मानते हैं की इस सिद्धांत को अपनाने से उनके जीवन में सकारात्मकता आती है और नकारात्मकता से वे कोसों दूर रहते हैं। आज की तारिख में इसका पालन विश्व के अनेकों देशों में हो रहा है। इसका अनुसरण करें तो पाएंगे की कुछ चीजें हैं, जिनके कारण घर-परिवार अथवा दुकान में नकारात्मक शक्तियां अपना स्थान बनाने में सफल हो जाती हैं। भारतीय वास्तुशास्त्र भी उनके इस सिद्धांत से सहमत है, यदि घर-दुकान पर सुख-शांति और व्यापार में बढ़ौत्तरी चाहते हैं, तो ध्यान रखें, लक्ष्मी की बहन अलक्ष्मी क्यों नहीं बढ़ने देती कारोबार और कैसे करती हैं कई नुकसान।


घर-दुकान के अंदर अथवा बाहर धूल-मिट्टी और गंदगी अपना साम्राज्य स्थापित करती है। यदि प्रतिदिन साफ-सफाई न की जाए तो अलक्ष्मी अपना बसेरा बना लेती हैं। जितनी भी मेहनत कर लें, मीठा फल पाने को तरसते रहेंगे।


आशियाने और कारोबार के स्थान को हवादार और उज्जवल रखें। अंधेरे स्थान पर नकारात्मकता सदैव हावी रहती है, जो धनहानि का कारण बनती है।

 

जहां पारिवारिक सदस्य हमेशा बीमार रहते हैं, उस स्थान पर वास्तुदोष होता है। बीमारियों की वजह से परिवार फलफूल नहीं सकता।


‘‘लालच बुरी बला है’’ यह जानते हुए भी कई लोग जिनके पास प्रभु की कृपा से सब कुछ होता है उसके बाद भी उनका लालच खत्म नहीं होता और वे लालच में असामाजिक और गैरकानूनी कार्य करते हुए किसी भी हद तक गिरने को तैयार रहते हैं। लालची लोगों की इस प्रवृत्ति से घर-परिवार में नेगेटिविटी फैलती है।


नकारात्मक ऊर्जा में रहने वाले लोगों से दूर रहें, यदि आप भी ऐसे हैं तो इस प्रवृति को दूर करें। समय का सदुपयोग नहीं करना, समय पर काम करना, समय की कीमत समझना, हर बात पर प्रश्र चिन्ह लगाना, किसी भी काम करने की चर्चा करने पर मुंह से यही निकलना ‘मुझे नहीं आता है, मैं यह नहीं कर सकता, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। ये मेरे लिए संभव नहीं है’ अपनी असफलता के लिए अन्य को जिम्मेदार ठहराना, बात-बात में अपनी प्रशंसा करना , अपने आपको बुद्धिमान और सर्वश्रेष्ठ दिखाने का प्रयास करना, बिना मांगे राय देना, कोई भी कार्य करने से पहले उसके बारे में ज्यादा सोचना और अपना समय बर्बाद करना, काम शुरू करने के पहले असफलता के बारे में ज्यादा सोचना अपने मस्तिष्क में हमेशा प्रश्नचिन्ह लगा कर बैठना। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News