क्या आप भी पुरानी किताबों को रद्दी में बेचते हैं ?

punjabkesari.in Tuesday, Jul 09, 2024 - 09:21 AM (IST)

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अक्सर देखा जाता है कि बच्चों के दुसरी क्लास में जाने के बाद ही माता-पिता पुरानी किताबों को रद्दी में बेच देते हैं या फिर किसी बुक शॉप पर दे देते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से बच्चे का गुरु खराब हो सकता है। ज्योतिष के अनुसार शिक्षा का संबंध गुरु से माना जाता है। गुरु की कृपा से ही बच्चे पढ़ाई में आगे बढ़ते हैं। गुरु खराब होने से वैवाहिक जीवन में तो तकरार आती ही है साथ में छात्रों की पढ़ाई पर भी असर पड़ता है। यदि आप भी सोच रहे हैं कि इन पुरानी किताबों का क्या करना चाहिए तो ये आर्टिकल आपके लिए बहुत खास होने वाला है। 

गुरु संतान, ज्ञान, समृद्धि, पैसे के कारक हैं। यदि किसी की कुंडली में गुरु की दशा खराब होती है तो इन सारी चीजों से व्यक्ति वंचित रह जाता है। कुंडली में दूसरा भाव जिसे धन भाव कहा जाता है उसके कारक भी गुरु हैं। पांचवां भाव जहां से ज्ञान और संतान आता है, गुरु इस भाव के कारक हैं। चार भावों के गुरु कारक होते हैं और गुरु की दृष्टि तीन भावों पर होती है। गुरु दो राशियों का प्रतिनिधत्व करते हैं धनु और मीन। जिनकी कुंडली में गुरु शुभ होता है उनको लाइफ में सारी चीजे मिलती हैं। यदि आपका चन्द्रमा या दूरी गुरु के प्रभाव में है तो आप हमेशा दान करेंगे। यदि आप भी चाहते हैं आपका भी गुरु स्ट्रांग हो और गुरु के आपको सारे सुख मिलें तो आज से ज्ञान बांटना शुरू कर दीजिए। 

गुरु को स्ट्रांग करने का अबसे आसान तरीका है अपने बच्चे की पुरानी किताबों को बेचने के बजाय, उनको किसी ऐसे बच्चे को दें जो जरूरतमंद हो। उस बच्चे की दुआओं की वजह से आपका गुरु स्ट्रांग हो जाएगा। 

गुरु को सही करने के लिए पीली चीजों का दान करें, पीले रंग के वस्त्र पहनें। 


नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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