Hariyali Teej 2025: हरियाली तीज पर करें ये अनमोल काम, मिलेगा सुख-शांति का वरदान
punjabkesari.in Sunday, Jul 27, 2025 - 06:40 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Hariyali Teej 2025: हरियाली तीज का पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को पूरे भारत, विशेषकर उत्तर भारत में बड़े श्रद्धा भाव से मनाया जाता है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक है और मुख्यतः महिलाएं इसे अखंड सौभाग्य, पति की लंबी उम्र और वैवाहिक सुख-शांति के लिए करती हैं। हरियाली तीज के दिन व्रत, पूजा, श्रृंगार और झूला उत्सव के साथ-साथ दान का भी बहुत महत्व होता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन कुछ विशेष चीजों का दान करने से पुण्य फल कई गुना बढ़ जाता है और जीवन की बाधाएं शांत होती हैं। यदि आप हरियाली तीज व्रत 2025 में अधिक शुभ फल की कामना रखती हैं, तो आइए जानते हैं कि इस दिन कौन-सी 4 चीजें दान करनी चाहिए और उनका धार्मिक महत्व क्या है।
श्रृंगार का सामान
हरियाली तीज का मुख्य उद्देश्य है माता पार्वती की भक्ति और सौभाग्य की प्राप्ति। इस दिन सुहागन महिलाओं को सुहाग की सामग्री दान करना अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है। दान में दी जाने वाली वस्तुएं- चूड़ियां, सिंदूर, बिंदी, कंघी, मेहंदी, काजल, लाल वस्त्र, महावर, बिछुए या पायल।
अनाज और भोजन सामग्री का दान
हरियाली तीज के दिन जरूरतमंदों को अनाज, फल, मिठाई और भोजन का दान करना अत्यंत शुभ होता है। दान में दी जाने वाली वस्तुएं- गेहूं, चावल, दालें, गुड़ और तिल, घी और शक्कर, फल (केले, सेब आदि), लड्डू, पेड़ा या हलवा।
वस्त्र और हरे कपड़े का दान
हरियाली तीज के दिन हरे रंग का विशेष महत्व होता है। यह रंग माता पार्वती की कृपा और सौभाग्य का प्रतीक है। इस दिन हरित वस्त्रों का दान करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
दान में दी जाने वाली वस्तुएं:
हरे रंग की साड़ी या सलवार सूट, हरे रंग की चुनरी, हरे रंग के रुमाल या दुपट्टे, बच्चों के लिए हरे कपड़े