Hariyali Amavasya 2025: गुरु पुष्य योग में मनाई जाएगी हरियाली अमावस्या, बन रहे हैं 3 शुभ संयोग

punjabkesari.in Sunday, Jul 20, 2025 - 04:00 AM (IST)

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Hariyali Amavasya 2025:  हरियाली अमावस्या हिन्दू पंचांग का एक विशेष पर्व है जो हर वर्ष सावन माह के कृष्ण पक्ष की आमवस्या की होती है। इसे श्रावण अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन पूजा-पाठ के साथ-साथ पेड़-पौधे भी लगाए जाते हैं, इस वजह से इसे हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस बार की अमावस्या पहले के मुताबिक बेहद खास होने जा रही है क्योंकि  इस दिन बेहद ही शुभ योग का निर्माण होने जा रहा है, जिस वजह इस दिन की खासियत पहले से ज्यादा बढ़ गई है। तो चलिए जानते हैं किस दिन मनाई जाएगी हरियाली अमावस्या।

Hariyali Amavasya Date हरियाली अमावस्या तिथि
अमावस्या आरंभ-  24 जुलाई 2025 को सुबह 2:28 बजे
अमावस्या समाप्त- 25 जुलाई 2025 को 12:40 ए.एम तक

उदया तिथि के मुताबिक 24 जुलाई को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी।

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हरियाली अमावस्या 2025 पर बन रहे हैं 3 शुभ योग
ज्योतिष गणना के अनुसार हरियाली अमावस्या के दिन तीन शुभ का निर्माण होने जा रहा है। सबसे पहला गुरु पुष्य योग, अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि।
गुरु पुष्य योग शाम को 4 बजकर 43 मिनट से शुरू होगा 25 जुलाई को सुबह 5 बजकर 39 मिनट पर खत्म हो जाएगा।  अमृत सिद्धि योग शाम को 4:43 पी.एम से शुरू होगा और अगले दिन 25 जुलाई को सुबह 5:39 ए.एम तक चलेगा।

हरियाली अमावस्या शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त- 4:15 ए.एम से 4:57 ए.एम तक
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:00 पी.एम से दोपहर 12:55 पी.एम तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 2:44 पी.एम से 3:39 पी.एम  

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 क्यों कहा जाता है हरियाली अमावस्या
हरियाली अमावस्या सावन माह में मनाई जाती है और यह माह मानसून का भी होता है। जिस वजह से पेड़ और पौधों का विकास जल्दी होता है। इस दौरान यदि पेड़-पौधे लगाए तो जल्दी बढ़ने की सम्भावना होती है। इस वजह से इस माह में पौधे लगाने की मान्यता बढ़ जाती है और इसे  हरियाली अमावस्या कहा जाता है।

हरियाली अमावस्या पर क्या करें ?

वृक्षारोपण करें और पर्यावरण को संरक्षित करने का संकल्प लें।
भगवान शिव, पार्वती और तुलसी माता की पूजा करें।
दान-पुण्य करें: वस्त्र, अन्न, जल और धन का दान करने से पितृ और देवता दोनों प्रसन्न होते हैं।
व्रत रखें और ध्यान व जप करें। इस दिन ॐ नमः शिवाय या शिव पंचाक्षरी मंत्र का जाप विशेष फलदायी होता है।
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Content Editor

Prachi Sharma

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