Good Friday 2020: आज है प्रभु यीशू मसीह का बलिदान दिवस
punjabkesari.in Friday, Apr 10, 2020 - 12:53 PM (IST)

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पवित्र बाईबल में अनेक कुर्बानियों का वर्णन है परन्तु प्रभु यीशू मसीह की कुर्बानी को ही सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है क्योंकि उनका संसार में मानव रूप में आना, सलीबी मौत और उसके तीसरे दिन पुन: जी उठना, वह सब परमेश्वर की ही योजना थी। प्रभु यीशू मसीह के संबंध में परमेश्वर ने अपने नबियों द्वारा हजारों वर्ष पहले भविष्यवाणियां की थीं, जो पवित्र बाईबल के उस पुराने अहदनामे में अंकित हैं जो मसीह के जन्म से हजारों वर्ष पहले नबियों ने परमेश्वर के नेतृत्व में लिखा था।
पवित्र बाईबल के अनुसार परमेश्वर अपने नबियों से सीधी बात करते थे तथा पवित्र बाईबल में नबियों द्वारा और परमेश्वर ने स्वयं प्रभु यीशू मसीह को परमेश्वर का पुत्र कहा है जिनकी पुष्टि यहूना नबी ने करते हुए अपनी पुस्तक के 3:16 में लिखा है कि ‘‘परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास लाए हलाक न हो, बल्कि हमेशा का जीवन पाए’’ ।
इसके अलावा यहूना नबी की पुस्तक 1:14 में लिखा है कि शब्द देहधारी हुआ तथा कृपा और सच्चाई से भरपूर होकर हमारे बीच वास किया।
प्रभु यीशू मसीह का संसार में आने का केवल एक ही मकसद था पापियों को उनके पापों से मुक्त करना। उन्होंने अपने पाप रहित शरीर की पापियों के लिए कुर्बानी दे दी, जो अपने पापों को मानते हुए यह स्वीकार करते हैं कि प्रभु यीशू मसीह ने उनके पापों के बदले परमेश्वर के खाते से पूरी अदायगी कर दी है।
प्रभु यीशू मसीह ने अपने जीवन के तीस वर्ष अपने माता-पिता की सेवा में गुजारे और अंतिम साढ़े तीन वर्ष जहां मनुष्य को प्रेम-शांति, आपसी भाईचारे तथा पापों से तौबा करने का संदेश दिया वहां ऊंच-नीच का भेदभाव समाप्त करते हुए अनेक रोगियों को स्वस्थ किया और यहां तक कि उन्होंने रूहानी शक्ति के साथ मुर्दों को भी जिन्दा किया। प्रभु यीशू मसीह ने संसार में आने वाली आगामी मुश्किलों के बारे में मनुष्य को सचेत करते हुए पापों से तौबा करके स्वर्ग के राज के लिए तैयार होने का आह्वान किया परन्तु उस समय के धार्मिक ठेकेदारों ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए उस समय के हाकिमों को यीशू के विरुद्ध गुमराह करके उन पर गलत आरोप लगाकर सलीब देने के लिए मजबूर कर दिया।
प्रभु यीशू मसीह ने अपने प्राण त्यागने से पहले यह कह कर कि ’पूरा हुआ’, परमेश्वर की योजना को सरअंजाम दिया। उस समय के धर्म के ठेकेदारों ने प्रभु यीशू मसीह को सलीब पर चढ़ाने से पहले उन पर असहनीय अत्याचार किए। प्रभु यीशू मसीह को 39 कोड़े मरवाए गए, हाथों-पैरों में कीलें ठुकवाई गईं। यीशू की पसली में नेजा मारा गया, उसके मुंह पर थूका गया और जब यीशू ने सलीब पर पानी मांगा तो पानी की जगह सिरका दिया गया।
ऐसे समय में भी प्रभु यीशू मसीह ने उन पर अत्याचार करने वालों के लिए परमेश्वर से कहा है हे परमेश्वर! इनको क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं।
जब प्रभु यीशू मसीह ने सलीब पर अपने प्राण त्यागे तो सारी दुनिया में अंधेरा छा गया और सलीब पर चढ़ाने वालों ने उस समय माना कि यीशू सच में परमेश्वर के पुत्र थे।
प्रभु यीशू मसीह का बलिदान दिवस गुड फ्राइडे के तौर पर सारी दुनिया में मसीही बड़ी श्रद्धा से मनाते हैं। उनकी याद में चालीस रोजे रखे जाते हैं। यीशू के नामलेवा गुड फ्राइडे को अपने जीवन में बहुत महत्व देते हैं क्योंकि वे मानते हैं कि प्रभु यीशू मसीह ने अपने अमूल्य जीवन का बलिदान देकर हमारे लिए मुक्ति का मार्ग खोल दिया है। इस दिन समस्त संसार में मसीही लोग रोजे रख कर गिरजाघरों में आयोजित शोक सभाओं में शामिल होते हैं। इन विशेष सभाओं में यीशू मसीह द्वारा मनुष्य की भलाई के लिए उठाए दु:खों का जिक्र किया जाता है।
प्रभु यीशू मसीह ने सिर्फ एक मनुष्य, एक जाति या धर्म के लिए अपनी कुर्बानी नहीं दी, बल्कि संसार में रहने वाले सभी लोगों के उद्धार के लिए अपनी कुर्बानी दी। इस लिए आज के पवित्र दिन पर हम सब को अपने पापों से तौबा करने का प्रण लेना चाहिए।