Gangajal Importance: सालों तक बोतल में बंद करके रखने पर भी खराब नहीं होता गंगाजल, आखिर क्यों ?
punjabkesari.in Monday, Jun 12, 2023 - 07:24 AM (IST)

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Importance of gangajal: भारत को नदियों का देश कहा जाता है। यहां पर कई नदियां बहती हैं, जो अपने आप में ही कई विशेषताओं को लिए हुए हैं। इन विशेष नदियों में से एक गंगा नदी हैं, जो न जाने कितनी अशुद्धियों को पवित्र कर देती हैं। आज भी कोई शुभ कार्य करने से पहले गंगा जल का उपयोग किया जाता है। हिन्दू धर्म में गंगा नदी की पवित्रता से सभी वाकिफ हैं। बच्चे के जन्म से लेकर उसकी मृत्यु तक हर काम में गंगाजल का इस्तेमाल किया जाता है। समय-समय पर गंगाजल की आवश्यकता होने के कारण जब भी कोई व्यक्ति पवित्र गंगा में डुबकी लगाने के लिए हरिद्वार जाता है तो उसे पवित्र जल अवश्य लाना चाहिए। हर हिंदू के घर में गंगा जल से भरी बोतल लगभग मिल ही जाती है।
आमतौर पर घर पर रखा पानी खराब हो जाता है या फिर पीने लायक नहीं रहता। गंगा जल एकमात्र ऐसा जल है, जो सालों तक बोतल में बंद करके रखने पर भी खराब नहीं होता। सनातन संस्कृति में गंगा जल को बहुत ही पवित्र जल माना गया है और यह कभी भी खराब नहीं होता। क्या आप इसके खराब न होने के कारण के बारे में जानते हैं ? अगर नहीं तो आइए जानते हैं इसके बारे में
हिमालय की कोख गंगोत्री से निकली मां गंगा के जल में भारी मात्रा में गंधक, सल्फर और खनिज पाई जाती हैं। हरिद्वार में गंगोत्री से आ रही गंगा जल की विशेषता इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि यह हिमालय पर्वत से होकर गुजरती हैं। हिमालय में अनेक तरह की ओषधिय जड़ी-बूटियां पाई जाती हैं। जब गंगा जल और हिमालय की मिट्टी मिल जाते हैं तो जल शुद्ध और पवित्र हो जाता है। शायद यही कारण है की गंगाजल कभी भी खराब नहीं होता।
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अध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो गंगा को अन्य नदियों से अधिक सर्वोत्तम स्थान प्राप्त है। तभी तो भगवान शिव ने उन्हें अपने सिर पर धारण किया हुआ है। गंगा को पतित पावणी भी कहा जाता है। यह हर पापा को नष्ट करनी की शक्ति रखती हैं। तभी इनका जल कभी भी मलिन नहीं होता।
सारांश में आपको बताने चाहेंगे की आज तक वैज्ञानिक भी यह रहस्य नहीं जान पाए की आखिर गंगा जल क्यों खराब नहीं होता ?
Why Gangajal is sprinkled in the house घर में गंगा जल क्यों छिड़का जाता है ?
कहा जाता है कि घर में गंगाजल का छिड़काव करने से नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मकता बनी रहती है। घर की मुख्य महिला को सुबह स्वच्छ होकर सबसे पहले अपने घर के मुख्य द्वार पर गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए। ऐसा करने से कोई भी बुरी बला घर में प्रवेश नहीं कर पाती। घर में कलह-क्लेश होता रहता है तो पूजा करने के बाद घर में गंगाजल छिड़कना चाहिए। ऐसा करने से पारिवारिक सदस्यों में चल रहे सभी तरह के लड़ाई-झगड़े दूर हो जाते हैं।
वास्तुविद्वानों का मानना है जिस घर में नियमित गंगा जल का छिड़काव होता है, वहां वास्तुदोष नहीं होता।
गंगा जल का छींटा जिस स्थान या व्यक्ति पर दिया जाता है, वहीं नजर दोष का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
Some principles of keeping Gangajal at home घर में गंगा जल रखने के कुछ सिद्धांत
घर में गंगा जल रखने के कुछ रूल्स होते हैं। कहा जाता है कि इसे रखने को लेकर कुछ सिद्धांतों की पालना न करने से भी गंगाजल की पवित्रता भंग हो सकती है। घर में रखे गंगा जल को कभी भी प्लास्टिक की बोतल में नहीं रखना चाहिए। इसको हमेशा तांबे, चांदी, मिट्टी या फिर कांसे धातु से बने बर्तन में रखें। इस जल को गंदगी या कचरे वाली जगह पर नहीं रखना चाहिए। गंगा जल को हमेशा घर के ईशान कोण के साफ-सुथरे स्थान या फिर पूजा घर में रखें।