Ganadhipa Sankashti Chaturthi: समृद्ध और सुखमय जीवन के लिए गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर करें ये काम
punjabkesari.in Monday, Nov 18, 2024 - 01:01 AM (IST)
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Ganadhipa Sankashti Chaturthi 2024: संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित एक विशेष दिन है, जो प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। आज 18 नवंबर सोमवार को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी है। इस दिन विशेष रूप से भगवान गणेश की पूजा और व्रत करने से सुख, समृद्धि और सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है। इस दिन भगवान गणेश के समक्ष अपने जीवन की समस्याओं और कष्टों से मुक्ति पाने का संकल्प करें। उनका आशीर्वाद आपके जीवन को सुख और समृद्धि प्रदान करेगा। इस दिन विशेष ध्यान रखें कि आप भगवान गणेश को न केवल भोग अर्पित करें बल्कि उनका ध्यान करके अपने जीवन में सत्य, अहिंसा और पुण्य कार्यों को बढ़ावा दें। गणेश जी की कृपा से आपका जीवन समृद्ध और सुखमय रहेगा।
Keeping a fast on Ganadhipa Sankashti Chaturthi गणाधिप संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखना
इस दिन विशेष रूप से व्रत रखना बहुत शुभ माना जाता है। यह व्रत पूरे दिन उपवास रखने का होता है, जिसमें केवल पानी या फलों का सेवन किया जाता है। यदि पूरी तरह उपवास नहीं रखा जा सकता तो दिन भर शुद्ध शाकाहारी आहार लें और असत्य बोलने से बचें।
Worship of Lord Ganesha on the day of Ganadhipa Sankashti Chaturthi गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा
इस दिन भगवान गणेश की पूजा विशेष रूप से करनी चाहिए। पूजा में उनकी मूर्ति या चित्र के सामने दीप जलाना, फल, फूल, मोदक (गणेश जी का प्रिय प्रसाद) अर्पित करना और मिष्ठान का भोग अर्पित करना बहुत लाभकारी होता है। विशेष रूप से चतुर्थी तिथि की पूजा का महत्व होता है, अतः सूर्योदय से पहले पूजा प्रारंभ करें और व्रत के अंत में चंद्रमा का दर्शन करके उसे अर्घ्य अर्पित करें।
Chanting of Mantras on Ganadhipa Sankashti Chaturthi गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर मंत्रों का जाप
इस दिन "ॐ गण गणपतये नमः" और "ॐ श्री गणेशाय नमः" जैसे मंत्रों का जाप करें। यदि संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी का व्रत और पूजा सही तरीके से की जाए तो यह व्रत बहुत प्रभावकारी माना जाता है और इससे सभी बाधाएं दूर होती हैं।
Donation on Ganadhipa Sankashti Chaturthi गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर दान
पूजा के बाद ब्राह्मणों या जरूरतमंदों को दान देना बहुत पुण्यदायी होता है। यह दान वस्त्र, खाद्य सामग्री या पैसा हो सकता है। व्रति को सद्गुण और धार्मिक कार्यों में लगे रहना चाहिए ताकि भगवान गणेश की कृपा प्राप्त हो सके।
Night puja on Ganadhipa Sankashti Chaturthi गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर रात्रि पूजा
संकष्टी चतुर्थी की रात में चंद्रमा का दर्शन करें। इसे चंद्र दर्शन कहा जाता है। चंद्रमा के दर्शन करने के बाद गणेश जी को प्रार्थना और मोदक अर्पित करें। इस दिन चंद्रमा की पूजा करके चंद्र दर्शन के समय इस मंत्र का जापते करें: "ॐ श्री गणेशाय नमः"