गरुड़ पुराण के अनुसार, जीवन के अंतिम क्षणों में दिखते हैं ये 5 संकेत
punjabkesari.in Sunday, Oct 05, 2025 - 08:56 AM (IST)

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End Of Life Signs: गरुड़ पुराण हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में से एक है, जिसमें जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म से जुड़ी गहन बातें बताई गई हैं। इसमें यह भी उल्लेख है कि जब किसी व्यक्ति का जीवन अंत के करीब होता है, तो शरीर और मन कुछ विशेष संकेत देने लगते हैं। ये संकेत व्यक्ति के जाने से पहले ईश्वर द्वारा दिए गए संदेश माने जाते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे ही 5 प्रमुख संकेत जिन्हें गरुड़ पुराण में मृत्यु से पहले के लक्षण बताया गया है।
सांसों की गति में परिवर्तन
गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत्यु से पहले व्यक्ति की सांसों का क्रम असामान्य हो जाता है। कभी बहुत तेज सांसें चलती हैं और कभी बिल्कुल धीमी। यह बदलाव दर्शाता है कि शरीर और आत्मा के बीच का संबंध अब टूटने के करीब है।
आंखों की चमक का खो जाना
गरुड़ पुराण के अनुसार, जीवन के अंतिम चरण में व्यक्ति की आंखों की रोशनी मंद पड़ जाती है। वह चीजों को स्पष्ट नहीं देख पाता और नजरें खाली सी लगती हैं। इसे आत्मा के धीरे-धीरे अलग होने का संकेत माना गया है।
शरीर का तापमान असामान्य रूप से बदलना
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि मृत्यु से कुछ दिन पहले शरीर का तापमान असंतुलित होने लगता है। हाथ-पांव ठंडे पड़ने लगते हैं, जबकि सिर और छाती का भाग गर्म महसूस होता है। यह संकेत इस बात का प्रतीक होता है कि जीवन शक्ति शरीर से धीरे-धीरे निकलने लगी है।
भोजन और जल में अरुचि
जब जीवन का अंत निकट होता है, तब व्यक्ति भोजन और पानी से दूरी बनाने लगता है। शरीर अब भौतिक ऊर्जा ग्रहण करने में सक्षम नहीं रहता। यह संकेत बताता है कि आत्मा अब संसारिक बंधनों से मुक्त होने की तैयारी में है।
शांति और मौन की अनुभूति
गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत्यु के निकट व्यक्ति अक्सर अत्यधिक शांत हो जाता है। वह लोगों से कम बात करता है और भीतर से किसी अज्ञात शांति का अनुभव करता है। गरुड़ पुराण में इसे ईश्वर से जुड़ने की प्रक्रिया कहा गया है।