Dhanteras 2021: पूजा के दौरान इन मंत्रों का जप करने से आप भी हो सकते हैं धनवान

punjabkesari.in Tuesday, Nov 02, 2021 - 03:29 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
धनतेरस के पर्व के साथ से दिवाली के पांच दिवसीय त्यौहार या उत्सव की शुरूआत हो जाती  है। आज यानि 02 नवंबर से इस वर्ष का धनतेरस पर्व मनाया जा रहा है। धार्मिक शास्त्रों में इस दिन भगवान धन्वंतरि, कुबेर देव तथा यम देव की पूजा का अधिक महत्व है। सनानत धर्म के प्राचीन ग्रंथों आदि में धन की देवी लक्ष्मी हैं तो धन के अधिपति कुबेर देवता को कहा गया है। माना जाता है पृथ्वीलोक की समस्त धन संपदा के एकमात्र स्वामी कुबेर देव हैं। इसके अलावा कुबेर देव को भगवान शिव के परमप्रिय सेवक कहा गया है। चूंकि कुबेर देव धन के अधिपति हैं इसलिए मंत्र साधना से इन्हें प्रसन्न किया जा सकता है। परंतु बहुत कम लोग हैं जिन्हें इन मंत्रों के बारे में जानकारी है। तो अगर आप भी आज यानि धनतेरस के दिन शाम में विधि वत पूजा करने वाले हैं तो आगे बताए गए मंत्रों का उच्चाण जरूर करें। 

ज्योतिष व धार्मिक शास्त्रों के अनुसार कुबेर मंत्र को दक्षिण की ओर मुख करके ही सिद्ध किया जाता है। अतः इस दिशा में बैठकर निम्न मंत्र का जप करें।
 
अति दुर्लभ कुबेर मंत्र इस प्रकार है- मंत्र- ॐ श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:।

विनियोग- अस्य श्री कुबेर मंत्रस्य विश्वामित्र ऋषि:वृहती छन्द: शिवमित्र धनेश्वरो देवता समाभीष्टसिद्धयर्थे जपे विनियोग:

ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार तिलों का दशांस हवन करने से प्रयोग सफल होता है। यह प्रयोग शिव मंदिर में करना उत्तम रहता है। यदि यह प्रयोग बिल्वपत्र वृक्ष की जड़ों के समीप बैठ कर हो सके तो अधिक उत्तम होगा। धयान रहे यह प्रयोग सूर्योदय के पूर्व संपन्न करें।

3. मनुजवाह्य विमानवरस्थितं गुरूडरत्नानिभं निधिनाकम्।
शिव संख युक्तादिवि भूषित वरगदे दध गतं भजतांदलम्।।

4.अष्टाक्षर मंत्र- ॐ वैश्रवणाय स्वाहा:

5. पंच त्रिंशदक्षर मंत्र- ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धनधान्या समृद्धि देहि मे दापय दापय स्वाहा।

ज्योतिष विशेषज्ञ बताते हैं कि इनमें से किसी भी एक मंत्र का जप दस हजार होने पर दशांश हवन करें या एक हजार मंत्र अधिक जपें। इससे यंत्र भी सिद्ध हो जाता है। वैसे सवा लाख जप करके दशांश हवन करके कुबेर यंत्र को सिद्ध करने से तो अनंत वैभव की प्राप्ति हो जाती है।

(नोट-संभव हो तो इन मंत्रों का जप करने से पहले किसी ज्योतिष की सलाह जरूर लें)


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Content Writer

Jyoti

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