Dhanteras 2021: आज है ‘मिनी धनतेरस’, खरीदारी के लिए शुभ संयोग
punjabkesari.in Thursday, Oct 28, 2021 - 08:15 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Dhanteras 2021: किसी भी नए कार्य की शुरूआत करनी हो या फिर शुभ खरीदारी करनी हो, उसके लिए शुभ मुहूर्त जरूर देखा जाता है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी या किसी नए कार्य का शुभारम्भ करने पर उसमें सफलता अवश्य मिलती है। हिन्दू धर्म में त्योहारों का विशेष महत्व होता है। कई त्योहारों में नई चीजों की खरीदारी जरूर की जाती है जैसे कि नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस और दीवाली आदि में तो बढ़-चढ़ कर बाजारों से खरीदारी की जाती है।
इस बार दिवाली से पहले ही 28 अक्टूबर को 7 साल बाद ‘मिनी धनतेरस’ यानी गुरु पुष्य विशेष संयोग लेकर आ रहा है। ऐसे में जहां इस दिन गुरु पुष्य नक्षत्र योग के चलते खरीदारी के लिए शुभ संयोग बन रहा है, वहीं इस बार धनतेरस पर भी खरीदी का शुभ संयोग रहेगा।
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार आज साल में एक बार आने वाला खरीदी का महामुहूर्त है। इस दौरान आपके लिए 24 घंटे से अधिक समय शुभ कारक रहेगा। यह महामुहूर्त गुरु पुष्य नक्षत्र के रूप में आ रहा है।
महालक्ष्मी का दिन
ज्योतिष के कई जानकारों के अनुसार धनतेरस के शुभ अवसर पर खरीदारी का जितना महत्व होता है, उससे कहीं अधिक फलदायी इस बार के गुरु पुष्य नक्षत्र का विशेष संयोग है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सभी 27 नक्षत्रों में कुछ नक्षत्र बहुत ही शुभ और फलदायी माने जाते हैं। जिसमें से गुरु पुष्य नक्षत्र बहुत खास होता है। 28 अक्टूबर को पूरे दिन और रात के समय पुष्य नक्षत्र रहेगा। जब भी गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र पड़ता है, इसे गुरु-पुष्य नक्षत्र कहा जाता है। इस दिन कालाष्टमी तिथि भी है और इस शुभ मुहूर्त में अमृत का योग, सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग का संयोग भी रहेगा।
27 नक्षत्रों का राजा गुरु पुष्य नक्षत्र
दरअसल सभी 27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को राजा माना गया है। वहीं पुष्य नक्षत्र का गुरु व रवि में महत्व काफी बढ़ जाता है जिसके चलते यह संयोग लंबे समय के लिए नहीं मिलता है।
ऐसे में इस बार दीपावली पर्व (धनतेरस से) शुरू होने से 5 दिन पहले यानी 28 अक्टूबर को सुबह 9.42 से पुष्य नक्षत्र लग जाएगा जो गुरु पुष्य का योग बन रहा है। यह 29 अक्टूबर को सुबह 6.25 बजे तक रहेगा।
गुरु पुष्य नक्षत्र पर खास संयोग
इस बार महा नक्षत्र पुष्य 25 घंटे स्वर्ण आभूषण, भूमि-भवन के साथ चल-अचल संपत्ति की खरीदारी के लिए रहेगा। इस दौरान कार्य सिद्धि कराने वाला सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग, राज योग भी गुरु-पुष्य में अति उत्तम संयोग बनता दिख रहा है।
लाभ के लिए कर सकते हैं ये काम
शनि-गुरु युति से निर्मित गुरु पुष्य नक्षत्र के दौरान घर, जमीन, सोने-चांदी के गहने या सिक्के, टू व्हीलर या फोर व्हीलर, लकड़ी या लोहे का फर्नीचर, कृषि से जुड़ा सामान, वाटर प्यूरीफायर, बीमा पॉलिसी, म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में निवेश करने से लाभ की प्राप्ति सम्भव है।
यह भी माना जाता है कि इस दिन स्वर्ण आभूषण के साथ ही अन्य कोई भी खरीदारी लाभकारी होती है। साथ ही धन-धान्य में वृद्धि भी होती है।
वाहन खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त
सिद्धि योग सुबह 6.38 से सुबह 9.41 बजे तक। शुभ का चौघडिय़ा सुबह 6.38 से 8.01 बजे तक और शाम 4.20 से 5.44 बजे तक।