आनंद और उत्सव की प्रतिबिंब है हरियाली तीजः सीएम
punjabkesari.in Friday, Jul 25, 2025 - 09:07 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने अपने कर्मचारियों के साथ पहली बार नई दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित पीएसओआई क्लब के हरे-भरे लॉन में हरियाली तीज का जीवंत और आनंदमय उत्सव मनाया। मानसून की भावना से ओतप्रोत इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता उपस्थिति रहीं। जनसमूह को संबोधित करते हुए रेखा गुप्ता ने कहा कि तीज केवल परंपरा और एकजुटता का उत्सव ही नहीं है। यह सावन के आनंद और स्फूर्ति का एक जीवंत प्रतिबिंब है, जहां बहनें और बेटियां अपने हाथों में मेहंदी सजाती हैं और उत्सव में झूला झूलती हैं, वहीं प्रकृति भी हरियाली की चादर ओढ़कर आनंद से झूम उठती हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मैं एनडीएमसी को सबसे स्वच्छ शहर के लिए राष्ट्रीय स्तर का स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार प्राप्त करने और अपने क्षेत्र को पूरे वर्ष हरा-भरा रखकर राष्ट्रीय मानक स्थापित करने के लिए हार्दिक बधाई देती हूं। आइए, यह दिल्ली के सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा बने कि हम अपने पूरे शहर को न केवल स्वच्छ और हरा-भरा बनाएं बल्कि आनंदमय और जीवन से भरपूर भी बनाएं। तभी हम वास्तव में उस दिल्ली का निर्माण कर सकते हैं, जिसका उसके नागरिक सपना देखते हैं।
इस अवसर पर सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि हरियाली तीज केवल झूले और मेहंदी के बारे में नहीं हैं। यह आनंद, परंपरा, आध्यत्म और आंतरिक शक्ति का एक जीवंत उत्सव है। यह त्यौहार हमारी बेटियों को एक साथ लाता है, उनमें एकता और सांस्कृतिक गौरव की भावना का पोषण करता है और उन्हें आत्मविश्वास और साहस के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। आज हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं, जहां बेटियां न केवल बड़े सपने देख रही हैं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में महानता भी हासिल कर रही हैं। भाजपा की राष्ट्रीय सचिव - डॉ. अलका गुर्जर, एनडीएमसी अध्यक्ष केशव चंद्रा, एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल और एनडीएमसी सदस्य दिनेश प्रताप सिंह और सरिता तोमर की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में एनडीएमसी के पूर्व उपाध्यक्ष एवं विधायक (मालवीय नगर) सतीश उपाध्याय सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। एनडीएमसी की महिला कर्मचारियों के साथ-साथ अन्य कर्मचारियों ने भी बड़ी संख्या में समारोह में उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह कार्यक्रम पंजाब, राजस्थान और गढ़वाल के पारंपरिक लोक नृत्यों, ऊर्जावान समूह प्रदर्शनों और जोशीली प्रतियोगिताओं के साथ एक सांस्कृतिक संगम में बदल गया। विभिन्न प्रकार के जीवंत मेहंदी और चूड़ियों के स्टॉल, फूड कियोस्क और अन्य उत्सव के आकर्षणों ने तीज के असली सार को जीवंत कर दिया।