Chandrakant Mani: चंद्रकांत मणि से आकर्षित होता है सच्चा प्यार
punjabkesari.in Wednesday, Jul 02, 2025 - 03:12 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Chandrakant Mani stone: चांदनी जैसी चमक वाली चंद्रकांत मणि को चंद्रमा का उपरत्न (मोती का पूरक) माना जाता है। यह मानसिक शांति प्रदान करती है। इधर-उधर हिलाने से, इस पर एक दूधिया रंग की प्रकाश रेखा चमकती है। अंग्रेजी में इसे ‘मून स्टोन’ कहते हैं। यह सस्ता और सुलभ उपरत्न है। लाभ की दृष्टि से वही चंद्रकांत मणि उपयोगी है जो मलाई के रंग की हो (सफेद और पीले के बीच की)।
बिल्कुल सफेद या गहरा पीला रत्न प्रभावी नहीं होता। अन्य रंगों वाले चंद्रकांत केवल शोभादायक होते हैं, मोती रत्न की प्रभावशीलता उनमें नाममात्र की भी नहीं होती। यह पारदर्शी किंतु धुंधली होता है।
इसे धारण करने से मानसिक तनाव और बेचैनी कम होती है और मन शांत रहता है। यह रत्न आत्म-विश्वास को बढ़ाता है और व्यक्ति को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है।
कुछ ज्योतिषी मानते हैं कि चंद्रकांत मणि सच्चे प्यार को आकर्षित करने में मदद करता है। मनचाहा साथी पाने के लिए आप मून स्टोन धारण कर सकते हैं। कई बार जीवन में हम जिसे चाहते हैं उसको पाने में असमर्थ होते हैं या जिससे प्रेम करते है उसके साथ विवाह नहीं हो पाता या विवाह हो भी गया तो पति-पत्नी के परस्पर संबंधो में प्रेम नहीं देखने को मिलता तो आप यह रत्न धारण कर सकते हैं। इस रत्न को धारण करने से हर परेशानी खत्म हो जाती है।
यह रत्न नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मकता को बढ़ावा देने में सहायक होता है और कलात्मक गतिविधियों में रुचि रखने वालों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
कुंडली में अगर चंद्रमा कमजोर स्थिति में हैं तो चंद्रमा का रत्न मोती है। अगर किसी व्यक्ति ने मोती धारण किया हुआ है तो उस व्यक्ति को हीरा, पन्ना, गोमेद, लहसुनिया और नीलम कभी धारण नहीं करना चाहिए। इससे नींद की कमी, मन का उचटना, कामकाज में मन नहीं लगना और तनाव की समस्या हो सकती है। मोती के साथ गोमेद या लहसुनिया पहन लेने से मोती अपना काम करना बंद कर देता है। गोमेद और लहसुनिया राहु केतु के रत्न हैं, जो मोती के साथ विपरीत असर डालते हैं।