चाणक्य नीति: PRESENT के साथ-साथ अपना FUTURE भी खराब कर देते हैं ऐसे लोग

punjabkesari.in Sunday, Oct 06, 2019 - 02:02 PM (IST)

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चाणक्य, ये ऐसा नाम है जिससे शायद ही कोई अंजान होगा। कुछ लोग इन्हें आचार्य चाणक्य के नाम से जानते हैं तो कुछ कूटनीतिज्ञ चाणक्य तो वहीं कुछ लोग इन्हें नीतिकार चाणक्य कहते हैं। अब जो लोग तो इन्हें जानते हैं उन्हें तो अच्छे से पता होगा कि इन्हें इतने नामों से क्यों जाना जाता है। मगर जिन्हें नहीं पता उन्हें बता दें आचार्य चाणक्य प्राचीन समय के वो महान नीतिकार थे जिन्होंने अपने ज्ञान के दम पर समाज में अपना नाम कमाया था। इतना ही नहीं बल्कि इनकी नीतियों के दम पर चंद्रगुप्त ने को मौर्य सम्राज्य का सम्राट बना दिया था। इनके ज्ञान की उदाहरण हैं इनके द्वारा लिखी गई पुस्तक चाणक्य नीति। जिसमें इनके द्वारा मानव जीवन के हित की ऐसे बातें बताई गई जो किसी भी साधारण व्यक्ति की लाइफ बदल सकता है। तो आज हम आपके लिए लाएं चाणक्य नीति की नीति का एक ऐसा श्लोक जिसमें बताया गया है कि अधीर व्यक्ति का न तो वर्तमान होता न ही भविष्य।
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श्लोक-
नास्त्यधृतेरैहिकमुष्मिकम्।

अर्थ: जो धैर्यवान नहीं है, उसका न वर्तमान है, न भविष्य।
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भावार्थ: आचार्य चाणक्य के अनुसार आदमी की अधीरता उसके वर्तमान और भविष्य को नष्ट कर देती है। जो व्यक्ति धैर्य के साथ परिस्थितियों पर विचार नहीं करता वो स्वयं ही अपना वर्तमान और भविष्य चौपट कर लेता है। इसलिए आचार्य कहते हैं कि हर इंसान को कैसे भी हालात हो हमेशा धैर्य से उनका सामना करना चाहिए। इसे उस परिस्थिति से निकलने का रास्ता खुद सामने आ जाता है।
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Jyoti

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