Bhaum Pradosh Vrat 2025: भौम प्रदोष के दिन क्यों माना जाता है कुछ कार्यों को अशुभ? जानिए वजह
punjabkesari.in Tuesday, Jun 24, 2025 - 06:02 AM (IST)

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Bhaum Pradosh Vrat 2025: प्रदोष व्रत का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। यह व्रत हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। प्रदोष व्रत देवों क देव महादेव और माता पार्वती की पूजा के लिए बहुत खास माना जाता है। भौम प्रदोष व्रत उस प्रदोष तिथि को कहा जाता है, जो मंगलवार के दिन पड़ती है। मान्यता है कि इस दिन भक्त शिव जी की कृपा प्राप्त करने और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए सच्चे मन से उनकी पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। भौम प्रदोष के दिन कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही होती है। तो आइए जानते हैं कि भौम प्रदोष के दिन क्यों कुछ कार्यों को करना अशुभ माना जाता है।
भौम प्रदोष के दिन कुछ कार्य अशुभ क्यों माने जाते हैं
मंगल ग्रह का प्रभाव
मंगल ग्रह को युद्ध, रक्त, अग्नि, क्रोध और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में भौम प्रदोष के दिन कोई भी जल्दबाजी में किया गया कार्य विवाद, दुर्घटना या हानि का कारण बन सकता है।
शारीरिक सर्जरी या ऑपरेशन से परहेज़
आयुर्वेद और परंपरागत मान्यताओं के अनुसार मंगलवार को सर्जरी आदि करवाने से रक्तस्राव अधिक होने की संभावना रहती है, इसलिए भौम प्रदोष के दिन इसे टालना उचित माना गया है।
विवाह और शुभ कार्य वर्जित
भौम प्रदोष के दिन विवाह, गृह प्रवेश, भूमि पूजन जैसे मांगलिक कार्य टाले जाते हैं क्योंकि मंगल दोष या मांगलिक प्रभाव से वैवाहिक जीवन में तनाव और कलह की संभावना बढ़ जाती है।
उधार देने या लेने से बचाव
मंगलवार के दिन और विशेषकर भौम प्रदोष के दिन उधार न किसी से लेना चाहिए और न ही किसी को देना चाहिए। ऐसा करने से आर्थिक हानि या कर्ज में वृद्धि कर होती है। साथ ही कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।