Bhai Dooj katha: भाई को यम बाधा से बचाना है तो पढ़ें ये कथा
punjabkesari.in Thursday, Oct 31, 2024 - 09:47 AM (IST)
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Bhai Dooj katha 2024: हिंदू धर्म के अनुसार, ऐसी धार्मिक आस्था है कि इस दिन बहन के घर भोजन करने से भाई की उम्र बढ़ती है। इससे उसके जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन बहन भाई की लंबी आयु के लिए यम की भी पूजा करती हैं। इस कारण इसे यम द्वितीया भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो भाई, बहन से तिलक करवाता है, उसे कभी अकाल मृत्यु का भय नहीं सताता। उसकी आयु निश्चित रूप से लंबी होती है।
भाई दूज का पर्व मनाने के पीछे प्रचलित पौरणिक कथा भविष्य पुराण में वर्णित है। सर्वमान्य कथा के अनुसार काल देवता यमराज की लाडली बहन का नाम-यमुना था। यमुना अपने प्रिय भाई यमराज को बार-बार अपने घर आने के लिए संदेश भेजती थी और निराशा ही पाती थी। उनका एक दिन अनुरोध सफल हुआ और यमराज अपनी बहन यमुना के घर जा पहुंचे। यमुना उन्हें द्वार पर देखकर हर्ष-विभोर हो उठीं। अपने घर में उसने भाई का जी भर कर आदर सत्कार किया। उन्हें मंगल-टीका लगाया तथा अपने हाथों से बना हुआ स्वादिष्ट भोजन कराया।
यमराज बहन के स्नेह को देखकर प्रसन्न हो गए और उन्होंने बहन से कुछ मांगने का आग्रह किया। यमुना भाई के आगमन से ही सब कुछ पा चुकी थीं। भाई के आग्रह पर बस एक ही वरदान मांगा, आज का दिन भाई–बहन के स्नेह का पर्व सदा स्मरणीय रहे। उस दिन कार्तिक शुक्ल द्वितीया थी, तब से यह दिन भाई-बहन के प्रेम का पर्व बन गया।
इस दिन प्रत्येक बहन अपनी सामर्थ्य के अनुसार स्वादिष्ट भोजन बनाकर अपने भाई को खिलाती है और भाई उसे भेंट अर्पित करता है। लोक धारणा है कि बहन के घर भोजन करने से भाई को यम बाधा नहीं सताती तथा उसकी कीर्ति एवं समृद्धि में वृद्धि होती है। भाई की उम्र भी लंबी होती है।
गुरमीत बेदी
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